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टीम इंडिया के कोच पद पर आवदेन करने के लिए तेंडुलकर ने शास्त्री को मनाया

मुंबई। अनिल कुंबले के मुख्य कोच पद से इस्तीफा देने के बाद टीम इंडिया में नए कोच की नियुक्ति के लिए पूर्व स्टार बल्लेबाज सचिन तेंडुलकर ने भी प्रयास तेज कर दिए हैं। सचिन ने क्रिकेटर से कॉमेंटेटर बने पूर्व कप्तान रवि शास्त्री को टीम के मुख्य कोच पद के लिए आवेदन करने को मना लिया है। इन दिनों लंदन में छुट्टियां मना रहे रवि शास्त्री अब तक कोच की रेस से खुद को बाहर बता रहे थे। शास्त्री को पीड़ा थी कि पिछले साल नए कोच की नियुक्ति के वक्त जानबूझकर उनकी अनदेखी की गई, जबकि इससे पहले डायरेक्टर के रूप में करीब 2 साल तक उन्होंने टीम के साथ बेहतर प्रदर्शन किया था।

हालांकि, मंगलवार को शास्त्री के यह बयान देने के बाद कि वह एक बार फिर टीम इंडिया के मुख्य कोच पद के लिए अप्लाई करने जा रहे हैं, शास्त्री को लेकर लग रहीं अटकलों पर विराम लग गया। शास्त्री ने कहा, उन्होंने अब तय किया है कि वह टीम इंडिया के मुख्य कोच के लिए आवेदन करेंगे।

हमारे सहयोगी टाइम्स ऑफ इंडिया को मालूम चला है कि शास्त्री को मनाने के पीछे सचिन तेंडुलकर हैं, जो खुद इन दिनों लंदन में अपने परिवार संग छुट्टियां मना रहे हैं। क्रिकेट अडवाइजरी कमिटी (सीएसी) के 3 सदस्यों में से एक तेंडुलकर ने माना है कि भारतीय कैप्टन विराट कोहली खुद कोच के रूप में रवि शास्त्री की पैरवी कर चुके हैं। इसी कारण तेंडुलकर ने बीसीसीआई की नाक बचाने के लिए यह पहल की है, जो पहले ही कोच (कोहली-कुंबले विवाद) के मामले को ठीक तरह से न निपटाने को लेकर सवालों के घेरे में है।

बता दें कि 2016 में जब सीएसी ने अनिल कुंबले को कोच चुना था, तब भी सचिन तेंडुलकर के अलावा सौरभ गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण सीएसी के सदस्य थे, तब टीम के डायरेक्टर रह चुके शास्त्री का कोच बनना तय माना जा रहा था, लेकिन ऐन मौके पर अनिल कुंबले की ऐंट्री ने सारे समीकरण बदल दिए। तेंडुलकर ने तब भी शास्त्री का पक्ष लिया था और कहा था कि टीम भी उनके साथ खुश है और उन्हें ही टीम का कोच नियुक्त करना चाहिए, लेकिन उस वक्त सौरभ गांगुली ने अनिल कुंबले को तरजीह दी।

बता दें कि डंकन फ्लेचर के कोच पद से हटने के रवि शास्त्री टीम इंडिया के डायरेक्टर नियुक्त हुए थे। तब सौरभ गांगुली शास्त्री को कोच बनाने के पक्ष में नहीं थे, जबकि टीम इंडिया भी उन्हें कोच के रूप में देख रही थी। यहां तक कि शास्त्री के इंटरव्यू के दौरान सौरभ गांगुली किसी मीटिंग का हवाला देकर वहां से निकल गए थे। इसके बाद गेंद लक्ष्मण के पाले में थी कि शास्त्री और कुंबले पर राय बंटने के बाद वह किसे समर्थन दें। तब वीवीएस लक्ष्मण ने भी कुंबले पर अपना विश्वास जताया और इस तरह अनिल कुंबले को टीम इंडिया का कोच चुन लिया गया। इसके बाद एक साल तक अनिल कुंबले का बतौर कोच शानदार प्रदर्शन रहा। टीम इंडिया ने 2016-17 में अपने घरेलू सत्र में शानदार प्रदर्शन किया।

हालांकि इससे पहले डायरेक्टर के रूप में जुड़े शास्त्री का योगदान भी कम सराहनीय नहीं था। डंकन फ्लेचर के कोच पद से हटने के बाद शास्त्री को अचानक टीम का डायरेक्टर नियुक्त किया गया था। उन्होंने भी टीम को बेहतर ढंग से संभाला था। लेकिन इसके बावजूद यह आज तक एक पहेली ही है कि आखिर सौरभ गांगुली क्यों शास्त्री को कोच बनाने के लिए तैयार नहीं हुए।

एक बार फिर तेंडुलकर के सपॉर्ट के चलते रवि शास्त्री टीम इंडिया के हेड कोच बनने के लिए तैयार हो गए हैं। इस रेस में उनका मुकाबला वीरेंदर सहवाग, टॉम मूडी, लालचंद राजपूत, डोडा गणेश और रिचर्ड पायबस जैसे दिग्गजों से होगा। बता दें कि इससे पहले भी टीम इंडिया में कोच को लेकर विवाद खूब सुर्खियों में रहा था। तब सचिन तेंडुलकर, सौरभ गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण खिलाड़ी थे और उन्होंने बोर्ड के सामने यह राय रखी थी कि टीम तत्कालीन कोच ग्रेग चैपल के साथ आगे नहीं चल सकती।