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टीचर्स डे स्पेशल: बस्ती के इस प्राइमरी स्कूल में चलती हैं स्मार्ट क्लासेज, बोलती हैं यहां की दीवारें

बस्ती। वो कहते हैं ना कि अगर लगन हो तो कोई भी काम मुश्किल नहीं होता ऐसा ही कुछ बस्ती के आदर्श प्राथमिक विद्यालय मूड़घाट के प्रिंसिपल सर्वेष्ट कुमार ने कर दिखाया है. आदर्श प्राथमिक विद्यालय पहला ऐसा स्कूल है जहां बच्चों को स्मार्ट क्लास की सुविधा मिलती है. सर्वेष्ट कुमार ने अपने व्यक्तिगत प्रयास और जनसहयोग से लगभग 5 लाख रुपये के अधिक के संसाधन जुटाकर उसे एक स्मार्ट स्कूल के रूप में विकसित किया है. सर्वेष्ट ने अपने स्कूल को बस्ती का पहला स्मार्ट क्लास सुविधायुक्त विद्यालय बनाया जहां इन्होंने जनसहयोग से प्रोजेक्टर, कंप्यूटर, लैपटॉप, टीवी, साउंड सिस्टम, करोके साउंड सिस्टम जैसे संसाधनों की व्यवस्था की और उसके सहारे बच्चों को क्वालिटी एजुकेशन दे रहे हैं.

चार हाउसेज में बंटा है स्कूल
स्कूल के बच्चों और शिक्षकों में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा और आकर्षक व्यक्तित्व निर्माण के लिए पूरे स्कूल के बच्चों को चार हाउसेज रेड, ग्रीन, ब्लू और येलो में बांटा गया है. उन्होंने लोगों की मदद से बच्चों के लिए टीशर्ट्स,स्कर्ट,पैंट टाई, बेल्ट और आई डी कार्ड की फ्री व्यवस्था की है. इन हाउसेज के नाम रानी लक्ष्मी बाई हाउस- रेड, कलाम हाउस-ग्रीन, रमन हाउस- ब्लू और विवेकानंद हाउस- यलो हाउस है. बच्चो में नेतृत्व क्षमता विकसित करने के लिए बाल संसद का गठन भी किया है. विद्यालय में पाठ्यक्रम की पढ़ाई हर महीने एजुकेशन कैलेंडर के अनुसार होती है.

बोलती दीवारें हैं स्कूल की पहचान
स्कूल की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यहां बच्चों की पढ़ाई केवल किताबों के सहारे नहीं बल्कि उन्हें विभिन्न प्रकार के टीएलएम( टीचिंग लर्निंग मटेरियल) और नवाचारों के सहारे कराई जाती है. इस स्कूल में एक टीएलएमबैंक है जहां शिक्षकों के बनाए टीएलएम रखे गए हैं और जरूरत के हिसाब से प्रयोग किये जाते हैं. इसी तरह के तरह के नवाचारों के माध्यम से भी यहां के बच्चों को सीखने की सुविधा दी जाती है. सर्वेष्ट ने स्कूल का न केवल बेहतरीन रंग रोगन कराया गया है बल्कि परिसर के भीतर और कक्षाओं की दीवारों पर तरह-तरह की पेटिंग्स भी बनवाई है.स्कूल गेट के बोर्ड से लेकर हर दीवार बच्चों को कुछ न कुछ सीखने का अवसर उपलब्ध कराती है.

 

पढ़ाई के लिए होता है टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल
इस स्कूल को न केवल अच्छी पढ़ाई के लिए जाना जाता है बल्कि स्कूल को एक छोटे कौशल विकास केंद्र के रूप में विकसित किया गया है. जहां पर बच्चों को कंप्यूटर, आर्ट क्राफ्ट, एंगिलश स्पीकिंग, व्यक्तित्व निर्माण, सिलाई कढ़ाई जैसे कौशल सिखाये जाते हैं. अपने मेहनत से स्कूल को नई पहचान दिलाने वाले यहां के प्रधानाध्यापक सर्वेष्ट कुमार को उनके कार्यो के लिए कई राष्ट्रीय, राज्य और जिला स्तरीय सम्मान हासिल हो चुके हैं.

19 बच्चों के साथ शुरू किया था प्रयोग आज 235 ले रहे हैं शिक्षा
सर्वेष्ट ने जुलाई 2016 में जब इस विद्यालय में कार्यभार ग्रहण किया तो उन्हें केवल 19 बच्चे मिले थे. नामांकन बढ़ाने के लिए उन्होंने लगभग 300 घरों में व्यक्तिगत जनसंपर्क किया और एक महीने में ही अगस्त 2016 में 155 छात्र संख्या हो गई. अप्रैल 2017 में संख्या 211 हुई जो अब बढ़कर 235 तक पहुंच चुकी है. सर्वेष्ट ने अपने स्कूल को स्मार्ट स्कूल के रूप में स्थापित करने हेतु कड़ी मेहनत की और अपने व्यक्तिगत धन और समाज के तमाम लोगों से मदद लेकर स्कूल में लाखों रुपये के संसाधन जुटाए जिसके सहारे बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने का प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने विद्यालय भवन की वाल पुट्टी और प्लास्टिक पेंट और आकर्षक वाल राइटिंग से युक्त विद्यालय का आकर्षक भवन और फूल पत्तियों से युक्त परिसर बनाया.

\यूट्यूब चैनल पर हैं स्कूल के 400 वीडियो
सर्वेष्ट ने अपने स्कूल के कार्यो को दूसरों तक पहुँचाने के लिए स्कूल की वेबसाइट www.mpsmoorghat.com के नाम से बनाई है. model primary school moorghat के नाम से यूट्यूब चैनल हैं जिस पर स्कूल की गतिविधियों से संबंधित लगभग 400 वीडियो हैं.स्कूल का ट्वीटर एकाउंट @mpsmoorghat के नाम से और फेसबुक पेज आदर्श प्राथमिक विद्यालय मूडघाट के नाम से बना रखा है.

सर्वेष्ट को मिलेगा राष्ट्रपति पुरस्कार
सर्वेष्ट एक मात्र ऐसे आदर्श शिक्षक हैं जिनका चयन इस वर्ष के राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान (राष्ट्रपति अवार्ड) के लिये उत्तर प्रदेश से किया गया है. सर्वेष्ट कुमार का इस अवार्ड के लिए चयन भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय के इंडीपेंडेंट नेशनल ज्यूरी ने उत्तर प्रदेश के 6 शिक्षकों के नई दिल्ली में पॉवर पॉइंट प्रस्तुतिकरण के बाद उत्तर प्रदेश के एकमात्र सर्वश्रेष्ठ शिक्षक के रुप में किया है.

 

 

हर साल देश के केवल 5 बेहतरीन शिक्षकों को मिलने वाला देश का प्रतिष्ठित राष्ट्रीय लोकमणि लाल अवार्ड 2017 सर्वेष्ट को मिल चुका है. इसके अलावा इन्हें राज्य स्तरीय विज्ञान संचारक सम्मान, प्रो यशपाल सम्मान, रोटरी क्लब के नेशन बिल्डर सम्मान, शिक्षा निदेशक बेसिक द्वारा आईसीटी इनोवेटर्स सम्मान, सिद्दार्थनगर जिला प्रशासन द्वारा प्रदत्त कपिलवस्तु महोत्सव आदर्श शिक्षक सम्मान, इटावा टीचर्स क्लब नवाचारी शिक्षक सम्मान, मिशन शिक्षण संवाद नवाचार शिक्षक सम्मान, मंडल स्तर पर एडी बेसिक द्वारा, जिला स्तरीय जिलाधिकारी, बीएसए और विभिन्न सामाजिक सांस्कृतिक संस्थाओं द्वारा प्रदत्त आदर्श शिक्षक सम्मान, स्व हरिश्चंद्र अग्रवाल सम्मान, राष्ट्र कौशल टाइम्स सम्मान सहित कई सम्मान मिल चुके हैं. अब 5 सितम्बर 2018 को सर्वेष्ट को देश का सर्वोच्च शिक्षक सम्मान राष्ट्रपति अवार्ड से 5 सितम्बर को शिक्षक दिवस पर नई दिल्ली के विज्ञान भवन ने उप राष्ट्रपति प्रदान किया जाएगा.

सर्वेष्ट को बहुत कम अवस्था महज 39 वर्ष की उम्र में यह प्रतिष्ठित अवार्ड मिला है जो एक रिकॉर्ड है. सर्वेष्ट को 5 सितम्बर को शिक्षक दिवस पर नई दिल्ली के विज्ञान भवन में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू यह सम्मान प्रदान करेंगें. इस दौरान राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी इनकी मुलाकात होगी.