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जब शूटिंग के दौरान जया प्रदा से हुई थी छेड़खानी

जया प्रदा का नाम बॉलीवुड के उन एक्ट्रेस में से एक है जो खूबसूरती  एक्टिंग की मिसाल हैं.जयाप्रदा का वास्तविक नाम ललिता रानी है. फिल्मों में आने के बाद जैसे कई कलाकारों के नाम बदलते हैं वैसे ही ललिता रानी जया प्रदा हो गईं. जया प्रदा का जन्म 3 अप्रैल 1962 में आंध्र प्रदेश के राजाहमुंडरी जिले में हुआ था. जया के पिता कृष्णा राव तेलुगू फिल्मों के फाइनेंसर थे. जानिए उनके जन्मदिन पर उनसे जुड़ी कुछ खास बातें.
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फिल्मी बैकग्राउंड होने की वजह से ही जया प्रदा का रुझान प्रारम्भ से फिल्मों की तरफ था. जया के फिल्मी करियर की आरंभ तेलुगू फिल्म ‘भूमिकोसम’ से हुई. इस फिल्म के लिए जया प्रदा को केवल 10 रुपए मिले थे. फिल्म में उनका 3 मिनट का डांस था जिसे देखकर दक्षिण हिंदुस्तान के कई फिल्म निर्माता-निर्देशक उनसे प्रभावित हुए  अपनी फिल्मों में कार्य देने की पेशकश की जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया.
1977 में जया प्रदा के सिने करियर की एक  जरूरी फिल्म ‘आदावी रामाडु’ प्रदर्शित हुई जिसने कई रिकॉर्ड बनाए. इस फिल्म में उन्होंने एक्टर एन टी रामाराव के साथ कार्य किया  वह शोहरत की बुलंदियों पर जा पहुंची. 1979 में के विश्वनाथ की ‘श्री श्री मुवा’ के हिंदी रीमेक ‘सरगम’ के जरिए जया प्रदा ने हिंदी सिनेमा में कदम रखा. इस फिल्म की सफलता के बाद वह रातों रात हिंदी सिनेमा जगत में अपनी पहचान बनाने में सफल हो गईं.
‘सरगम’ की सफलता के बाद जया प्रदा ने ‘लोक परलोक’, ‘टक्कर’, ‘टैक्सी ड्राइवर’  ‘प्यारा तराना’ जैसी कई दोयम दर्जे की फिल्मों में कार्य किया इनमें से कोई फिल्म टिकट खिड़की पर पास नहीं हुई.वर्ष 1982 में के विश्वनाथ ने जयाप्रदा को अपनी फिल्म ‘कामचोर’ के जरिए दूसरी बार हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में लांच किया. इस फिल्म की सफलता के बाद वह एक बार फिर से हिंदी फिल्मों में अपनी खोई हुई पहचान बनाने में सफल हो गईं.
एक फिल्म की शूटिंग के दौरान जया प्रदा छेड़खानी की भी शिकार हुईं. सीन शूट करते वक्त उनके को-स्टार दलीप ताहिल ने जया प्रदा को कसकर पकड़ लिया. खुद को दलीप ताहिल के चंगुल से बचाने के लिए जया प्रदा ने जोरदार थप्पड़ जड़ दिया था. इस घटना से वहां मौजूद सभी लोग सन्न रह गए.
1984 में जया प्रदा ने सुपरहिट फिल्म ‘शराबी’ में कार्य किया. इस फिल्म में उन्हें सुपरस्टार अमिताभ बच्चन के साथ कार्य करने का मौका मिला. इसके अतिरिक्त उन्होंने ‘संजोग’, ‘घराना’, ‘ऐलान ए जंग’, ‘मजबूर’  ‘शहजादे’ जैसी कई फिल्मों में कार्य किया. 1992 में प्रदर्शित फिल्म ‘मां’ उनके करियर की जरूरी फिल्मों में से एक है.
जया प्रदा ने अपने 30 वर्ष के लंबे करियर में करीब 200 फिल्मों में कार्य किया. जया प्रदा ने हिंदी फिल्मों के अतिरिक्त तेलुगू, तमिल, मराठी, बांग्ला, मलयालम  कन्नड़ फिल्मों में भी कार्य किया है. वह इन दिनों पॉलिटिक्स के एरिया में सक्रिय हैं.