नई दिल्ली। हवाला केस मे NCP नेता छगन भुजबल की गिरफ्तारी के बाद अब पार्टी के कद्दावर नेता अजित पवार और पूर्व मंत्री सुनील तटकरे पर गिरफ्तारी का संकट मंडरा रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, जल्द ही महाराष्ट्र सिंचाई घोटाले के संबंध में अजित पवार और सुनील तटकरे से पूछताछ किए जाने की संभावना है।
सूत्रों का कहना है कि छगन भुजबल को गिरफ्तार करने के लिए प्रवर्तन निदेशालय को प्रधानमंत्री कार्यालय से हरी झंडी मिली हुई थी। इसलिए शरद पवार को अपना ‘राजनीतिक गुरु’ मानने वाले प्रधानमंत्री अजित पवार के खिलाफ कितनी कठोर कारवाई की इजाजत देंगे, इस बारे मे अभी अटकलें लगाई जा रही हैं।
सहयोग के लिए तैयार, फिर गिरफ्तारी क्यों?
भुजबल की गिरफ्तारी के बाद संसद मे पहली बार प्रतिक्रिया देते हुए शरद पवार ने अपनी नाराजगी जताई। पवार ने कहा, ‘सत्ताधारी पार्टी के एक सांसद कहते हैं कि मुख्यमंत्री और मेरे आरोप अब सच साबित हो रहे हैं। इससे साफ होता है कि गिरफ्तारी किसके कहने पर हुई है।’
उन्होंने कहा, ‘महाराष्ट्र सदन के निर्माण के लिए सारे निर्णय तत्कालीन मुख्यमंत्री की अध्यक्षता मे एक समिति द्वारा लिए गए हैं। हम भुजबल के साथ हैं और उनके के लिए कानूनी लड़ाई भी लड़ेंगे। भुजबल पूछताछ मे सहयोग के तैयार हैं फिर उन्हे गिरफ्तार क्यों किया गया?’