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चीनी सेना में मची भगदड़…3 लाख सैनिकों ने छोड़ा ड्रैगन का साथ !

chinies-armiनई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के संबंधों के फ्रेम में अक्सर चीन भी दिखाई देता है। जब भी भारत और पाकिस्तान के रिश्तों की बात होती है तो चीन के एंगल को भी देखा जाता है। इसका कारण ये है कि चीन हमेशा पाकिस्तान का साथ देता है। यही कारण है कि भारत के लिए पाकिस्तान की तरह ही चीन भी खतरनाक है। ऐसे में अगर ये कहा जाए कि भारत के खिलाफत में खड़े चीन की सेना में भगदड़ मच गी है तो क्या कहेंगे। जी हां ये खबर सही है। अपने विकास के दम पर दुनिया में महाशक्ति बन चुके ड्रैगन की सेना में भगदड़ का आलम है। चीन इसे सेना में रिफॉर्म्स का नाम दे रहा है। दरअसल चीनी सेना से 3 लाख सैनिकों की छंटनी के बाद इस तरह की खबरें तेजी से चर्चा बटोर रही हैं।

बताया जा रहा है कि चीन इन दिनों अपनी सेना में रिफॉर्म्स कर रहा है। वो सेना में नए हथियार शामिल कर रहा है। लेकिन असली खबर ये है कि ड्रैगन अपनी सेना के 3 लाख सैनिकों को निकाल रहा है। आर्थिक विकास की रेस में कुलांचे भरने वाला चीन अब ग्रोथ रेट में कमी का हवाला दे रहा है। कहा जा रहा है कि विकास दर में कमी के कारण सेना से 3 लाख सैनिकों को निकाला जाएगा। इस खबर के बाद चीनी सोशल मीडिया में ही तरह तरह की बातें चलनी शुरू हो गई हैं। इन अफवाहों से पीपुल्स लिबरेसन आर्मी के जवानों पर भी असर पड़ रहा है। जिसके चलते उन्होने प्रदर्शन भी किया था। बता दें कि पिछले ही महीने चीनी प्रेसिडेंट शी जिनपिंग ने एलान किया था कि वो पीएलए के मॉडर्नाइजेशन के लिए 3 लाख सैनिकों की कटौती करेंगे।

इस खबर के बाद से ही चीनी मीडिया में अफवाहों का दौर शुरू हो गया। कहा जाने लगा कि ड्रैगन अपनी सेना के बोझ और खर्च को उठा पाने में सक्षम नहीं रहा। हालांकि चीनी सरकार ने साफ कहा है कि इस तरह की अफवाह उड़ाने वाले दुश्मन तत्वों से बच के रहना होगा। दरअसल चीनी सरकार की योजना है कि सोवियत जमाने के पुराने मॉड्यूल से आगे बढ़ते हुए हाईटेक हथियारों पर ज्यादा ध्यान दिया जाए। इसी कारण सेना में स्टील्थ जेट और एंटी सैटेलाइट मिसाइल्स को भी शामिल किया जाएगा। आपको बता दें कि चीन के पास दुनिया की सबसे बड़ी सेना है। पीएलए में लगभग 23 लाख सैनिक हैं। सोशल मीडिया पर अफवाहों के बाद सेना से हटाए गए सैनिकों ने बीजिंग में प्रदर्शन भी किया था। साफ है कि ड्रैगन भले नहीं दिखा रहा है लेकिन उसके यहां भी समस्याओं का अंबार लगा हुआ है।

सैनिकों के विरोध के बाद सेना की तरफ से एक बयान जारी किया गया था। उस बयान में कहा गया था कि सेना के रिफॉर्म्स पर मीडिया में चल रही अफवाहों पर ध्यान देने की जरूरत नही है। इन अफवाहों के कारण सेना पर असर पड़ रहा है। सेना की छवि काफी खराब हुई है। जवानों को चिंता हो रही है कि कहीं उन्हे भी तो निकाल नहीं दिया जाएगा। वहीं ड्रैगन की सेना का मानना है कि इन सारी अफवाहों के लिए दुश्मन जिम्मेदार हैं। वो नहीं चाहते हैं कि चीनी सेना दुनिया की सर्वश्रेष्ठ सेना बनी रहे। फिलहाल इन अफवाहों ने दुनिया की सबसे बड़ी सेना में जारी उठा पटक को सामने ला दिया है। अपने 3 लाख सैनिकों को रिफॉर्म्स के नाम पर हटाना बताता है कि चीनी विकास के गुब्बारे में अब छेद हो गया है। विकास दर धीमी रहने के कारण ही सेना में कटौती की जा रही है।