मुंबई। राष्ट्रपति चुनाव के लिए रामनाथ कोविंद के रूप में एनडीए की तरफ से उम्मीदवार के नाम के ऐलान के बाद एनडीए की ही सहयोगी शिवसेना ने बीजेपी को तेवर दिखाए हैं। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पूछा है कि क्या कोविंद के चयन के पीछे वोट बैंक पॉलिटिक्स है? उन्होंने कहा कि अगर कोई इस किसी दलित को इस मकसद से राष्ट्रपति बनाने की कोशिश में है कि अपना वोटबैंक बढ़ा सके, तो हम इसका समर्थन नहीं करेंगे। ठाकरे ने आगे कहा कि अगर यह देश के विकास के लिए किया गया है तो हम समर्थन कर सकते हैं।
बता दें कि शिवसेना पहले 2 मौकों पर राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवारों के खिलाफ वोट दिया है। शिवसेना ने 2007 के राष्ट्रपति चुनाव में यूपीए उम्मीदवार प्रतिभा पाटिल और 2012 में प्रणव मुखर्जी का समर्थन किया था। उसने ऐसा तब किया था जब बीजेपी और उसके रिश्ते काफी मधुर थे लेकिन इस समय दोनों दलों के रिश्ते में तल्खी है। शिवसेना ने हाल के दिनों में कई बार महाराष्ट्र की देवेंद्र फडणवीस सरकार से समर्थन वापसी की धमकी दे चुकी है।