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कॉन्ग्रेस मुख्यालय में सुसाइड, सर्वेंट क्वार्टर में मिला शव: MLA कृष्णा पूनिया के घर पहुँची CBI

नई दिल्ली। दिल्ली के 24 अकबर रोड स्थित कॉन्ग्रेस मुख्यालय के एक कर्मचारी ने सुसाइड कर लिया। वहीं राजस्थान के चूरू जिले के सादुलपुर विधानसभा क्षेत्र से कॉन्ग्रेस विधायक कृष्णा पूनिया के घर पर सोमवार (जुलाई 20, 2020) को केंद्रीय जाँच ब्यूरो (सीबीआई) ने छापेमारी की।

कॉन्ग्रेस ऑफिस में शव कर्मचारी का शव सर्वेंट क्वार्टर में मिला। समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, कर्मचारी ने रविवार (जुलाई 19, 2020) को सर्वेंट रूम में जाकर आत्महत्या कर ली। अभी तक की जानकारी के मुताबिक मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। आत्महत्या की वजह भी सामने नहीं आ पाई है। फिलहाल पुलिस मामले की जाँच कर रही है।

इधर एसएचओ विष्णुदत्त विश्नोई सुसाइड मामले में पूछताछ के लिए सीबीआई की टीम कृष्णा पूनिया के घर पर पहुँची। बताया जा रहा है कि सीबीआई की टीम ने पूरे बंगले को घेर लिया था। फिलहाल पूनिया होटल फेयरमाउंट में कॉन्ग्रेस के अन्य विधायकों के साथ मौजूद हैं। छापेमारी के समय को लेकर सवाल उठ रहे हैं।

बता दें कि इसी साल 23 मई को विश्नोई ने कमरे में फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली थी। इस घटाने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया था। इस घटना के बाद राजनीति भी गरमा गई थी, क्योंकि स्थानीय कॉन्ग्रेस विधायक कृष्णा पूनिया पर विश्नोई को प्रताड़ित करने के आरोप लगे थे।

हालाँकि, पूनिया ने इन सभी आरोपों से इनकार कर दिया था। वहीं, विश्नोई के परिजनों ने भी विरोध जताते हुए शव लेने से इनकार कर दिया था और उनकी रिपोर्ट पर राजगढ़ थाने में आईपीसी की धारा 306 के तहत मामला दर्ज किया गया था। इस घटना की सीबीआई जाँच की माँग की गई थी।

थाने के स्टाफ ने भी स्थानीय कॉन्ग्रेस विधायक कृष्णा पूनिया और उनके समर्थकों पर झूठी शिकायतें करने का आरोप लगाया है। इसी मामले में कृष्णा पूनिया से सीबीआई पूछताछ करना चाह रही है।

गौरतलब है कि कॉन्ग्रेस विधायक कृष्णा पूनिया को हाल ही में राज्य सरकार ने जेड श्रेणी की सुरक्षा उपलब्ध करवाई है। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि खुफिया विभाग की ओर से जारी आदेश के बाद विधायक और उनके पति को सुरक्षा प्रदान की गई है। गहलोत सरकार ने कॉन्ग्रेस विधायक को मिल रही धमकियों के मद्देनजर यह फैसला लिया था। हालाँकि पूनिया को जेड सुरक्षा देने की प्रदेश सरकार के फैसले पर सोशल मीडिया में लोगों ने काफी आपत्ति जताई थी।

बता दें कि विष्णुदत्त विश्नोई की आत्महत्या के बाद थाने के पुलिसकर्मियों ने सामूहिक तबादले की गुहार लगाई थी। उन्होंने पत्र में लिखा था कि राजगढ़ थाने में तैनात सभी लोग डरे हुए और इस घटना से दुखी हैं। उनका मनोबल टूट गया है। इसलिए उन सभी का कहीं और सामूहिक तबादला कर दिया जाए।