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कुमार विश्वास का केजरीवाल पर ‘अजगर’ वाला हमला, पार्टी को खा जाएंगे ऐसे लोग

नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी, इसके बारे में ऐसा क्या है जिसे आप नहीं जानते हैं, अन्ना के आंदोलन से निकली ये पार्टी अब जिस दोराहे पर खड़ी है वहां से एक ही रास्ता बचता है, वो है वापस अपने मकसद की तरफ लौटना, विकल्प की राजनीति का दावा करने वाली आम आदमी पार्टी अज खुद विकल्प के अभाव में है। पार्टी के 20 विधायकों की सदस्यता रद्द हो गई है. केजरीवाल ने बिना किसी संविधान विशेषज्ञ से सलाह लिए इन विधायकों को संसदीय सचिव बना दिया था। जिसे लाभ का पद माना जाता है। इसी के कारण इनकी सदस्यता रद्द हो गई है। कुमार विश्वास जो आप के संस्थापक सदस्य हैं, फिलहाल किनारे चल रहे हैं, उनको भी इस फैसले से दुख है, लेकिन वो ये भी जानते हैं कि ऐसा क्यों हुआ है।

कुमार विश्वास ने कहा कि उनको 20 विधायकों की सदस्यता जाने का बहुत दुख है, इनके लिए उन्होंने बहुत प्रचार किया था. सभी मेहनती थे, लेकिन केजरीवाल के फैसलों के कारण इनकी सदस्यता खत्म हो गई है। कुमार ने विधायकों की सदस्यता जाने को वैध या अवैध के ढांचे में डालने के बजाय इसके पीछे के कारणों का उल्लेख किया। खुद पार्टी में लगातार किनारे किए जा रहे कुमार को इस बात का भी दुख है कि उनसे संवाद नहीं किया जाता है। पार्टी के फैसलों के बारे में उनको जानकारी नहीं होती है। कुमार का कहना है कि आम आदमी पार्टी के बड़े नेताओं ने उनसे दूरी बना ली है। बता दें कि राज्यसभा नहीं भेजे जाने के बाद से ही कुमार लगातार हमलावर हैं।

विधायकों की सदस्यता जाने के बाद जिस तरह से आप के नेताओं ने राष्ट्रपति के खिलाफ बयानबाजी की, उनको बीजेपी का एजेंट तक बता दिया, इस पर कुमार ने कहा कि ये ठीक नहीं है, हमारा संवैधानिक कर्तव्य है कि राष्ट्रपति पर कोई टिप्पणी ना की जाए, इसका गलत असर जाता है। उन्होंने कहा कि आप में जिस तरह से फैसले लिए जा रहे हैं उसका अंजाम यही होना था, आम आदमी पार्टी ने राज्यसभा के लिए सुशील गुप्ता और एनडी गुप्ता को चुना था, इस पर कुमार ने कहा कि पार्टी में अजगर जैसे लोग आ गए हैं। कुमार ने हालांकि किसी का नाम नहीं लिया। कुमार विश्वास ने तंज कसते हुए कहा कि अब यही गुप्ता आप के लिए प्रचार करेंगे हो सकता है कि इनके प्रचार करने से आप 20 सीटें फिर से जीत ले।

कुल मिलाकर कुमार ने आम आदमी पार्टी को फिर से अपने सिद्धांतों की तरफ लौटने को कहा है, उनका कहना है कि पार्टी जिस मकसद से बनी थी, वो भूल गई है। पार्टी के फैसले केवल दो चार लोग करते हैं। खुद को पार्टी में किनारे लगाए जाने के सवाल पर कुमार ने कहा कि कवि कभी भी हाशिए पर नहीं जाता है। उन्होंने कहा कि वो कभी गलत नहीं बोलते हैं, सच बोलते हैं इसलिए उनकी बात कड़वी लगती है, कुमार ने कहा कि पार्टी में जी साहब कल्चर आ गया है। हमारी पार्टी में भी हाईकमान संस्कृति विकसित हो गई है। कार्यकर्ताओं की अनदेखी की जा रही है। कुमार के इन तेवरों के बाद माना जा रहा है कि जल्द ही वो आप को अलविदा कर सकते हैं। हालांकि इसकी संभावना कम ही दिखाई दे रही है।