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कश्मीर: अलगाववादियों पर NIA का शिकंजा, टेरर फंडिंग पर किया तलब

श्रीनगर। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने दो कश्मीरी अलगाववादी नेताओं को समन जारी कर दिल्ली बुलाया है। इन नेताओं को जम्मू और कश्मीर में आतंकी फंडिंग के संबंध में समन जारी किया गया है। तहरीक-ए-हुर्रियत के फारूक अहमद डार उर्फ ‘बिट्टा कराटे’ और जावेद अहमद बाबा उर्फ ‘गाजी’ को अन्य दस्तावेजों सहित कुछ बैंक और संपत्ति के दस्तावेज लेकर एनआईए टीम के समक्ष पेश होने को कहा गया है, जहां उनसे पूछताछ होगी। दूसरी तरफ घाटी में अशांति के मद्देनजर पुलिस ने अलगाववादी नेता यासीन मलिक को गिरफ्तार कर लिया है।

बता दें कि मई की शुरुआत में एनआईए की एक टीम ने बिट्टा कराटे और गाजीताओं से श्रीनगर में लगातार 4 दिनों तक पूछताछ की थी। 26/11 आतंकवादी हमले के बाद गठित केंद्रीय जांच एजेंसी ने पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा प्रमुख हाफिज सईद, हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के कट्टरपंथी धड़े के अध्यक्ष सैयद अली शाह गिलानी और जम्मू और नैशनल फ्रंट के अध्यक्ष नईम खान का नाम शुरुआती जांच में दर्ज किया है, जिसके बाद यह पूछताछ हुई।

नईम खान को एक स्टिंग ऑपरेशन सामने आने के बाद गिलानी नेतृत्व वाली हुर्रियत ने निलंबित कर दिया है। यह मुकदमा न्यूज चैनल पर दिखाए गए एक स्टिंग ऑपरेशन पर आधारित है। इसमें खान कथित रूप से यह स्वीकार कर रहे हैं कि उन्हें हवाला के माध्यम से पाकिस्तानी आतंकवादी समूहों से फंडिंग मिल रही है। डार उर्फ ‘बिट्टा कराटे’ और बाबा उर्फ ‘गाजी’ का भी नाम प्रारंभिक जांच में है।

कश्मीर में आतंकवाद के वित्त पोषण और घाटी में अशांति फैलाने और पथराव करने के लिए हवाला और अन्य माध्यम से फंडिंग लेने, एकत्र करने और उसे दूसरी जगह भेजने में कथित संलिप्तता को लेकर इन दोनों से पूछताछ की जाएगी।

कश्मीर में ‘अशांति फैलाने के बड़े षड्यंत्र के तहत’ घाटी में स्कूलों और सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने से जुड़े हालिया मामलों में 13 आरोपियों की जानकारी एनआईए ने जुटाई है। कश्मीर में अपने प्रवास के दौरान अपर महानिदेशक के नेतृत्व वाली टीम ने स्कूलों को जलाने के संबंध में जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा इकठ्ठा किए साक्ष्यों को भी देखा।

स्टिंग ऑपरेशन में खान ने कथित रूप से दावा किया है कि पाकिस्तान द्वारा रचे गए षड्यंत्र के तहत शिक्षण संस्थानों को निशाना बनाया जा रहा है। पिछले वर्ष 8 जुलाई को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में हिजबुल कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद घाटी में कई स्कूलों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था।

यासीन मलिक गिरफ्तार
इस बीच हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर सबजार बट के मारे जाने के बाद घाटी में अशांति को देखते हुए पुलिस ने अलगाववादी नेता यासीन मलिक को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मलिक को श्रीनगर सेंट्रल जेल में रखा गया है। उन्हें रविवार सुबह लाल चौक के पास मैसुमा स्थित उनके आवास से गिरफ्तार किया गया।’

जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (JKLF) के प्रमुख यासीन मलिक शनिवार को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे गए हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकवादियों सबजार अहमद बट और फैजान मुजफ्फर के आवास पर गए थे। दोनों दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में तराक इलाके के रहने वाले थे। त्राल के सोईमोह में शनिवार को सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में ये दोनों आतंकवादी मारे गए थे। मलिक और हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के दोनों धड़ों के अध्यक्ष सैयद अली शाह गिलानी और मीरवाइज उमर फारुक ने दोनों आतंकवादियों के मारे जाने और उसके खिलाफ प्रदर्शन करने वालों पर बल प्रयोग के विरोध में घाटी में दो दिनों (रविवार-सोमवार) के बंद का आह्वान किया है। अलगाववादी नेताओं ने लोगों से मंगलवार को त्राल तक मार्च निकाल कर आतंकवादियों को श्रद्धांजलि देने की भी अपील की है।