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कपिल मिश्रा ने महबूबा से अफजल गुरु, बुरहान वानी पर पूछे सवाल, कार्यक्रम में हंगामा

kapil-mishra-aapनई दिल्ली। दिल्ली में केजरीवाल सरकार के मंत्री कपिल मिश्रा ने एक कार्यक्रम के दौरान जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से तीखे सवाल पूछे। इसके बाद कार्यक्रम में हंगामा हो गया। महबूबा प्रगति मैदान में ‘इंटरनैशनल ट्रैवल बाजार’ के कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंची थी। कपिल मिश्रा ने अपने संबोधन के दौरान बुरहान वानी और अफजल गुरु के साथ जेएनयू पर तीखे सवाल पूछने शुरू किए। कपिल मिश्रा ने पूछा कि महबूबा पहले बताएं कि वह बुरहान और अफजल गुरु को आतंकी मानती हैं या नहीं। उन्होंने कहा कि आतंक और टूरिजम, दोनों साथ नहीं चल सकते।

कपिल मिश्रा के इन सवालों के बाद सभा में हंगामा हो गया। लोग कपिल मिश्रा को रोकने के लिए आगे बढ़, पर वह भी अड़े रहे कि महबूबा को जवाब देना ही होगा। महबूबा ने अपने जवाब में दिल्ली की AAP सरकार पर महिलाओं की सुरक्षा को लेकर पलटवार किया। हालांकि अपने संबोधन से पहले महबूबा भावुक हो गईं और उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े।

पर्यटन पर आधारित इस कार्यक्रम में कपिल मिश्रा ने महबूबा से पूछा, ‘आप बुरहान वानी को आतंकी मानती हैं या नहीं? अफजल गुरु को क्या मानती हैं? जेएनयू में जिन्होंने नारे लगाए थे उनको क्या मानती हैं? भारत माता की जय आपको पसंद है कि नहीं?’ कपिल के इन सवालों के बाद सभा में मौजूद कुछ लोग उनकी तरफ बढ़े और उन्हें रोकने की कोशिश की। इस पर कपिल के तेवर और भी तीखे हो गए और उन्होंने कहा कि महबूबा को इन सवालों का जवाब देकर ही जाना होगा। महबूबा ने भी इशारों में कहा कि वह इन सवालों का जवाब जरूर देंगी।

बाद में महबूबा मुफ्ती संबोधन के लिए स्टेज पर पहुंची। उन्होंने गहरी सांस लेते हुए बात शुरू की। उनका गला रुंध गया और आंखों में आसू छलक पड़े। उन्होंने कहा कि इतने दिनों के बाद पिता की आवाज सुनी तो भावुक हो गई। दरअसल कार्यक्रम में उनके पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद का विडियो दिखाया गया था। उन्होंने कहा कि जेएनयू में जो कुछ भी हुआ वह हमारे लोकतंत्र की विशेषता है। यहां सभी को अपने विचार रखने की आजादी है। इस दौरान कपिल मिश्रा सभा से जा चुके थे। महबूबा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में महिलाओं को कार में रेप होने का डर नहीं है।

जाहिर तौर पर महबूबा दिल्ली में सुरक्षा हालात पर तंज कस रही थीं। महबूबा ने अपने संबोधन के दौरान कश्मीर में निवेश का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि कश्मीर के लोगों को आपकी जरूरत है। जम्मू-कश्मीर की सीएम ने कहा कि हालात तो आपने इससे भी खराब देखे हैं, लेकिन आइए और कश्मीर की शांति में निवेश कीजिए।