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एसपी के झगड़े पर बोले नरेश अग्रवाल, अमर सिंह लखनऊ न आते तो सुलझ जाता विवाद

लखनऊ। समाजवादी पार्टी में अखिलेश और मुलायम सिंह यादव के बीच जारी रस्साकशी हर दिन नया मोड़ ले रही है। गुरुवार और शुक्रवार को पूरे दिन जारी रही सुलह की कवायद अभी किसी नतीजे तक पहुंचती नहीं दिख रही है। पार्टी के राज्यसभा सांसद नरेश अग्रवाल ने विवाद जारी रहने का ठीकरा अमर सिंह पर फोड़ते हुए कहा, \’अगर अमर सिंह कल लखनऊ नहीं आते तो बात सुलझ जाती। पर अब वह आ गए हैं तो सुलह मुश्किल है।’ इससे पहले मुलायम सिंह यादव ने शाम को 4 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर किसी बड़े ऐलान का फैसला लिया था। लेकिन बाद में पत्रकार वार्ता के रद्द होने की खबर आई। कहा जा रहा है कि सीनियर लीडर आजम खान के मना करने पर मुलायम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस न करने का फैसला लिया। सूत्रों के मुताबिक मुलायम सिंह यादव इस प्रेस वार्ता में अखिलेश गुट से अलग चुनाव लड़ने का ऐलान करने वाले थे।

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Agar Amar Singh nahi aate kal Lucknow toh baat sulajh jaati par ab vo aa gaye hain to sulah mushkil hai: Naresh Agarwaal

 सूत्रों के मुताबिक आजम खान ने मुलायम सिंह को प्रेस कॉन्फ्रेंस न करने के लिए मना लिया है। कहा जा रहा है कि आजम खान की ओर से पार्टी में सुलह की कोशिशें जारी हैं। इससे पहले शुक्रवार को सुबह लखनऊ स्थित मुलायम के अवास पर शुक्रवार को एक मीटिंग हुई। इसमें अमर सिंह के अलावा शिवपाल यादव भी पहुंचे। सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक में ताजा हालात पर चर्चा हुई। अमर सिंह ने यह एक बार फिर कहा कि अगर उनके इस्तीफे से परिवार में विवाद थम जाता है तो वे इसके लिए तैयार हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अखिलेश ने कहा है कि चूंकि उन्हें चुनाव लड़ना है, इसलिए कैंडिडेट्स तय करने का हक भी उनका है। रिपोर्ट की मानें तो अखिलेश ने कहा है कि चुनावों के बाद वह मुलायम के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष का पद छोड़ने के लिए तैयार हैं। हालांकि, राजनीतिक जानकारों का मानना है कि पेच राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर ही फंसा हुआ है। मुलायम खेमा चाहता है कि अखिलेश तुरंत यह पद छोड़ें।

बता दें कि मुलायम और अखिलेश खेमे की ओर से साइकल चुनाव चिह्न को लेकर चुनाव आयोग में दावा ठोका गया है। कहा जा रहा है कि दोपहर तीन बजे के करीब रामगोपाल यादव चुनाव आयोग जाएंगे और जरूरी दस्तावेज उनके सामने रखेंगे। राम गोपाल के मुताबिक, वे विधायकों, एमएलसी और सांसदों के उनके पक्ष में हस्ताक्षर वाला हलफनामा आयोग को सौंपेंगे। शनिवार को पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के अखिलेश के समर्थन में 5 हजार और हलफनामे चुनाव आयोग को सौंपे जाएंगे। राम गोपाल के मुताबिक, 212 विधायकों और 56 एमएलसी के अलावा 24 में से 15 सांसदों ने भी अखिलेश के समर्थन में साइन किया है।