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उड़ी हमलाः NIA ने संभाली पाक को बेनकाब करने की कमान

uriनई दिल्ली/श्रीनगर। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने जम्मू-कश्मीर के उड़ी में आतंकवादी हमले की जांच के लिए मंगलवार को मामला दर्ज कर लिया। इसके साथ ही पाक को बेनकाब करने के लिए NIA ने सबूत जुटाने शुरू कर दिए हैं।

NIA की टीम आतंकियों पास मिले जीपीएस को अमेरिका भेजेगी, ताकि पता चल सके कि वह किस रास्ते से भारत आए थे। इसके साथ ही आतंकियों के डीएनए की जांच भी की जाएगी। उड़ी में सेना की यूनिट पर चार पाकिस्तानी आतंकवादियों ने हमला किया था जिसमें 18 सैनिक शहीद और कई अन्य जख्मी हो गए थे। इस बीच पाकिस्तान की ओर से मंगलवार दोपहर उड़ी सेक्टर में फिर गोलीबारी की गई।

NIA ने जम्मू-कश्मीर पुलिस से जांच अपने हाथ में ली है, जिसने रविवार को मामला दर्ज किया था और यहां से 102 किलोमीटर दूर उड़ी में सेना प्रतिष्ठान में मौजूद साक्ष्यों को जुटाना शुरू किया था।

जैश-ए-मोहम्मद आतंकवादी समूह के चार आतंकवादियों से हथियार और गोला बारूद के अलावा दो मोबाइल फोन और दो जीपीएस उपकरण बरामद किए थे।

आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि उड़ी में डेरा डाले हुए NIA की टीम चार अज्ञात आतंकवादियों के डीएनए के नमूने जुटाएगी और राज्य एवं देश के विभिन्न जेलों में बंद जैश के आतंकवादियों को उनकी तस्वीरें दिखाई जाएंगी।

उन्होंने कहा कि चार में से दो शव कमर से नीचे जले हुए हैं। सूत्रों ने बताया कि आग के कारण जहां एक जीपीएस उपकरण क्षतिग्रस्त हो गया है, वहीं तकनीकी विशेषज्ञों की सहायता से दूसरे जीपीएस की जांच हो रही है, ताकि आतंकवादी जिस रास्ते से आए थे उनका पता लगाया जा सके और यह भी पता लगाया जा सके कि क्या स्थानीय स्तर पर उनको सहयोग मिला है। जिस स्थान पर हमला हुआ है वह नियंत्रण रेखा से महज छह किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

सूत्रों ने बताया कि NIA की टीम दस्तावेज तैयार करेगी और चारों आतंकवादियों की पहचान साबित होते ही पाकिस्तान से औपचारिक आग्रह करेगी। सेना ने भी हमले की जांच शुरू की है, जिसमें प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि हमले को अंजाम देने से कम से कम एक दिन पहले आतंकवादी इलाके में घुसे थे।

जांच में खामियों का पता लगाने के अलावा भविष्य में पाकिस्तान के आतंकवादी समूहों से इस तरह के हमले से बचाव का भी सुझाव दिया जाएगा।

रविवार को हुए हमले में एक और जख्मी सैनिक की मौत होने के साथ ही शहीदों की कुल संख्या 18 हो गई। जम्मू-कश्मीर में सेना पर हुए हमले पर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसकी कड़ी निंदा की थी।