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आतंकवाद पर PM मोदी की चीन को दो टूक

शी चिनफिंग से बोले PM मोदी, एक दूसरे की भावनाओं का ख्याल रखने की जरूरत

modi-and-xi-jinpingहांगचौ। G-20 सम्मेलन के दौरान रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग से अपनी मीटिंग में कहा कि भारत और चीन को एक दूसरे की आकांक्षाओं के प्रति संवेदनशील होना चाहिए। कई मुद्दों पर भारत और चीन के दरमियान बढ़ते तनाव के बीच मेल-मिलाप वाली यह बात सामने आई है। हमारे सहयोगी चैनल ‘टाइम्स नाउ’ के मुताबिक मोदी ने इस बातचीत में NSG का मुद्दा उठाया। इस पर चिनफिंग ने भी सकारात्मक जवाब दिया। PM मोदी ने पाक की ओर इशारा करते हुए साफ कहा का आतंकवाद पर फैसले मेरिट के आधार पर होने चाहिए, न की राजनितिक नीयत से लिए जाने चाहिए।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने मीडिया ब्रीफिंग में दोनों नेताओं की मुलाकात के बारे में बताया, ‘प्रधानमंत्री जी ने राष्ट्रपति शी चिनफिंग से कहा है कि भारत और चीन का एक दूसरे की आकांक्षाओं का सम्मान करना बेहद महत्वपूर्ण है। भारत-चीन की साझेदारी सिर्फ एक दूसरे के लिहाज से ही महत्वपूर्ण नहीं है बल्कि इसकी अहमियत क्षेत्र और दुनिया भर के लिए है।’ शी चिनफिंग ने भी अपनी प्रतिक्रिया में प्रधानमंत्री मोदी से सहमति जताई।

चीन के विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया में शी चिनफिंग के हवाले से कहा गया है, ‘हमें एक दूसरे की चिंताओं पर विचार और एक दूसरे का सम्मान करना चाहिए। हमें विवाद के मसलों का वाजिब हल निकालने के लिए सकारात्मक तरीके अपनाने चाहिए।’

कहा जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी ने किर्गिस्तान के बिश्केक में चीनी दूतावास पर हुए आतंकी हमलों को लेकर राष्ट्रपति शी को भारत की संवेदनाओं से अवगत भी कराया। इसके साथ ही भारत ने आतंकवाद के खिलाफ मिलकर लड़ने का आह्वान भी किया।

रिपोर्टों के मुताबिक पाकिस्तान का इशारों में जिक्र करते हुए PM मोदी ने कहा, ‘न केवल भारत बल्कि चीन, रूस और अन्य कई देश हमारे पड़ोस में पैदा हो रहे आतंकवाद के खतरे का सामना कर रहे हैं।’

मोदी शी की मुलाकात आधे घंटे तक चली। तीन महीने से भी कम समय में दोनों नेताओं की यह दूसरी मुलाकात है। भारत और चीन के बीच विभिन्न मुद्दों पर मतभेदों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की यह मुलाकात हांगचौ के वेस्ट लेक स्टेट गेस्टहाउस में G-20 सम्मेलन के दौरान हुई है। दोनों देशों के बीच मतभेद का विषय बने मुद्दों में चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा भी शामिल है जो पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर से होकर गुजरता है।