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आज ‘मन की बात’ में प्रधानमंत्री मोदी बन गए ‘मास्साब’

man ki baat2नई दिल्ली। पीएम नरेंद्र मोदी ने रविवार को साल 2016 का अपना दूसरा और कुल 17वां ‘मन की बात’ कार्यक्रम पेश किया। इस मन की बात कार्यक्रम का विषय पीएम मोदी ने एक दिन पहले ही ट्वीट करके बता दिया था, पीएम ने दसवीं और बारहवीं क्लास होने वाले बोर्ड एग्जाम को लेकर छात्रों को संबोधित किया। इस बार मोदी ने एक टीचर की तरह बच्चों को समझाया कि वह एग्जाम से पहले क्या करें और क्या न करें।
मन की बात कार्यक्रम में पहली बार कई लोगों ने अपने संदेशों के माध्यम से शिरकत की जिनमें मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर, शतरंज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद, आध्यात्मिक गुरु मोरारी बापू और वैज्ञानिक प्रो. सीएनआर राव शामिल हैं। कार्यक्रम के अंत में पीएम मोदी ने सोमवार को अपनी परीक्षा होने की भी बात कही और खुद के सफल होने की कामना की। सोमवार 29 फरवरी को आम बजट पेश किया जाएगा।

पीएम मोदी ने कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए कहा कि छात्रों मुझे भी एग्जाम की उतनी ही चिंता है जितनी आपको है और मैं आपकी चिंता में शामिल हूं। पीएम मोदी ने कार्यक्रम की शुरुआत सचिन तेंडुलकर के संदेश से कराई। पीएम मोदी ने कहा कि इस कार्यक्रम की शुरुआत दुनिया का सबसे बढ़िया ओपनर करे जिस पर युवाओं को नाज है।

सचिन तेंडुलकर ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, ‘आपको एग्जाम को लेकर चिंता होगी और परिवार की बहुत सी अपेक्षाएं आप से होंगी। आप किसी की अपेक्षाओं को मत देखिए बल्कि खुद के लक्ष्य तय करिए। मैंने अपने खुद के लक्ष्य तय करके सफलता पाई है मुझसे भी लोगों की अपेक्षाएं रहती थीं लेकिन मैंने खुद के लिए लक्ष्य तय किए और खुद से अपेक्षाएं कीं।’ सचिन तेंडुलकर ने छात्रों को आगामी परीक्षा के लिए मुबारकबाद दी।

पीएम मोदी ने कहा कि प्रतिस्पर्धा की जगह अनुस्पर्धा होनी चाहिए, आप खुद ही अपने रेकॉर्ड तोड़ें। उन्होंने जरूरी नींद लेने के लिए कहा साथ ही अपने कम नींद लेने की आदत को भी उन्होंने बताया। पीएम मोदी ने अगला संदेश शतरंज चैंपियन विश्वनाथ आनंद की तरफ से सुनवाया। आनंद ने छात्रों को बाधाई देते हुए कहा कि संयम रखिए, नींद ठीक से लीजिए और अपनी आशाएं मत बढ़ाइये।

पीएम मोदी ने आध्यात्मिक गुरु और कथावाचक मोरारी बापू साथ ही भारतरत्न वैज्ञानिक प्रो. सीएनआर राव के संदेश भी सुनाए जिन्होंने एकाग्रता और संयम पर बल देते हुए छात्रों को डटे रहने की बात कही।

नरेंद्र मोदी ऐप पर आए रजत अग्रवाल के संदेश को भी पीएम मोदी ने सुनाया जिन्होंने छात्रों को कुछ समय अपने परिवार के साथ बिताने और गप्पे मारने की बात कही थी। पीएम मोदी ने कहा कि हम एग्जाम देकर भी सवालों के जोड़ घटाव में लगे रहते हैं, एग्जाम के समय जो हुआ उसे मत याद करिए और अपने परिवार के साथ समय बिताइये।

पीएम मोदी ने टीचर्स, पैरंट्स, सीनियर स्टूडेंट्स से आग्रह किया कि सब मिलकर परीक्षा में छात्रों की मदद करें तो सब आसान हो जाएगा। पीएम ने कहा कि वह आज पैरंट्स को ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहते हैं बस इतना कहना चाहते हैं कि कृपया छात्रों पर दबाव मत बनाइये बल्कि सकारात्मक वातावरण बनाइए।

छात्रों को एग्जाम टिप देने के अलावा पीएम मोदी ने विज्ञान से लोगों को जुड़ने की अपील की। पीएम मोदी ने बताया कि आज राष्ट्रीय विज्ञान दिवस है जो सर सीवी रमन द्वारा 28 फरवरी 1928 को रमन इफेक्ट की घोषणा के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। पीएम मोदी ने ग्रैविटेशनल वेव की खोज में भारतीय वैज्ञानिकों के योगदान की सराहना करते हुए भारत में खोज के लिए स्थापित किए जाने वाले LIGO केंद्र की भी जानकारी दी।

पीएम मोदी ने मिस्ड कॉल देकर अपनी मातृ भाषा में मन की बात कार्यक्रम सुनने के बारे में भी बताया। पीएम मोदी ने बताया कि 8190881908 नंबर पर मिस्ड कॉल देकर मन की बात कार्यक्रम सुना जा सकता है।

कार्यक्रम के अंत में पीएम मोदी ने छात्रों को परीक्षा की शुभकामनाएं देते हुए सोमवार 29 फरवरी को अपनी परीक्षा की भी बात कही। उन्होंने कहा कि कल आम बजट पेश किया जाएगा जिसमें मुझको भी सफल होना है इसलिए सफलत विफलता के डर से मुक्त हो कर आगे बढ़ने का प्रयास करिए।