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आज चुना जाएगा टीम इंडिया का अगला कोच, क्या रवि शास्त्री बनेंगे अगले कोच?

नई दिल्ली/मुंबई। भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच के लिए आज मुंबई में इंटरव्यू होगा. टीम इंडिया के कोच के लिए जिन उम्मीदवारों को चुना गया है उनमें चर्ड पायब्स, वीरेंदर सहवाग, फिल सिमंस, रवि शास्त्री, टॉम मूडी और लालचंद राजपूत के नाम शामिल हैं. कोच पद के लिए इंटरव्यू क्रिकेट एडवाइजरी काउंसिल (सीएसी) लेगी. इसके सदस्य सचिन तेंदुलकर, वीवीएस लक्ष्मण और सौरव गांगुली हैं.

आज दोपहर सीएसी के सदस्य सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण मुंबई हेटक्वार्टर में मौजूद रहेंगे. जबकि सचिन तेंदुलकर यूनाइटेड किंग्डम से स्काइप के जरिये जुड़ेंगे. इंटरव्यू के बाद आज देर शाम तक टीम इंडिया के कोच का ऐलान भी संभव है.

चैम्पियंस ट्रॉफी खत्म होने के साथ ही भारतीय क्रिकेट कोच का कार्यकाल खत्म होने की वजह से टीम को एक नया कोच मिलने वाला है.

भारतीय टीम के नए कोच के इंटरव्यू के लिए अंतिम 6 नाम तय किए गए हैं. जिनमें रिचर्ड पायब्स, वीरेंदर सहवाग, फिल सिमंस, रवि शास्त्री, टॉम मूडी और लालचंद राजपूत के नाम शामिल हैं. हालांकि खबरों के मुताबिक रवि शास्त्री को इन उम्मीदवारों में सबसे मजबूत उम्मीदवार माना जा रहा हैं.

आइये एक नज़र डालें कोच पद के लिए आवेदन करने वाले दिग्गज़ों की पर: 

रवि शास्त्री:साल 2014 में कुछ समय के लिए और फिर 2015 विश्वकप में डंकन फ्लेचर का कार्यकाल खत्म होने के बाद रवि शास्त्री टीम इंडिया के साथ बतौर टीम डायरेक्टर जुड़े. उनके नेतृत्व में टीम इंडिया का प्रदर्शन अच्छा रहा और कई सीरीज़ भी जीतीं. लेकिन साल 2016 में कोच के आवेदन के समय उनकी जगह अनिल कुंबले को भारतीय क्रिकेट टीम का नया कोच नियुक्त किया गया. रवि शास्त्री ने भारत के लिए 80 टेस्ट और 150 वनडे मुकाबले खेले हैं. जिसमें उन्होंने 6000 से ज्यादा रन और 280 विकेट चटकाए हैं.

वीरेंदर सहवाग: कुंबले के इस्तीफे के बाद टीम इंडिया के विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग को टीम इंडिया के कोच पद का दावेदार माना जा रहा है. खबर है कि सौरव गांगुली, सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण की क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) के कहने पर ही सहवाग ने इसके लिए आवेदन किया था. हालांकि उनके पास कोचिंग का अनुभव नहीं है. लेकिन उन्होंने आईपीएल में किंग्स इलेवन पंजाब टीम के कोच के रूप में भूमिका निभाई है. सहवाग ने भारत के लिए 100 से ज्यादा टेस्ट 250 से ज्यादा वनडे और 19 टी20 मुकाबले खेले हैं. जिसमें उन्होंने करीब 17 हज़ार रन बनाए हैं. सहवाग का अंतराष्ट्रीय स्तर का अनुभव उनके काम आ सकता है.

टॉम मूडी: लंबे समय से टीम इंडिया के कोच पद के लिए अप्लाई कर रहे ऑस्ट्रेलिया के टॉम मूडी भी इस रेस में शामिल हैं. सबसे पहले उन्होंने साल 2005 में आवेदन किया था. तब ग्रेग चैपल को उनके स्थान पर नियुक्त किया गया. इसके बाद पिछले साल भी मूडी ने अप्लाई किया लेकिन अनिल कुंबले को कोच बनाया गया. एक बार फिर मूडू ने भारतीय टीम के कोच पद के लिए आवेदन किया है. बतौर कोच मूडी ने श्रीलंका क्रिकेट टीम को 2007 के वर्ल्ड कप में फाइनल तक पहुंचाया और पिछले साल हैदराबाद सनराइज़र्स को आईपीएल का पहला खिताब भी दिलवाया. टॉम मूडी ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 76 वनडे और 8 टेस्ट भी खेले हैं.

रिचर्ड पायब्स: भारतीय कोच पद के दावेदारों में रिचर्ड पायब्स का नाम भी शामिल हैं. पायब्स के पास कोचिंग का अच्छा अनुभव है. उन्होंने पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसी टीमों को कोचिंग दी है. पाकिस्तान के कोच के तौर पर उन्होंने दो बार अपनी सेवाएं दी हैं. उनकी कोचिंग में पाकिस्तान की टीम 1999 वर्ल्ड कप के फाइनल तक पहुंची थी. इसके साथ ही उन्हें आला दर्जे का रणनीतिकार भी माना जाता है.

लालचंद राजपूत: साल 2007 में ग्रेग चैपल की विदाई के बाद कुछ समय तक भारतीय टीम के कोच पद का स्थान खाली रही. उस दौरान बतौर टीम मैनेजर लालचंद राजपूत टीम इंडिया के साथ थी. उनके मैनेजर रहते एमएस धोनी के नेतृत्व में साल 2007 का पहला टी-20 वर्ल्ड कप जीता था. राजपूत इंडिया अंडर-19 और इंडिया-ए को भी कोचिंग दे चुके हैं. इतना ही नहीं वो पिछले लंबे समय से कोचिंद की फील्ड में सक्रिय हैं.

फिल सिमंस: वेस्टइंडीज़ के लिए 143 वनडे और 26 टेस्ट खेलने वाले फिल सिमंस के पास वेस्टइंडीज़, ज़िम्बाब्वे और आयरलैंड की टीमों को कोचिंग दी है. सिमंस के कोच रहते आयरलैंड क्रिकेट को बड़ते हुए देखा गया. उनके कोच रहते हुए आयरलैंड ने 11 ट्रॉफी ज़ जीती. जबकि हर आईसीसी इवेंट के लिए क्वालीफाइ भी किया. इसके साथ ही उन्होंने पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसी टीमों को 2007 विश्वकप में मात भी दी. इसके अलावा सिमंस की कोचिंग में आयरलैंड ने साल 2011 विश्वकप में इंग्लैंड को और 2015 विश्वकप में ज़िम्बाबवे को भी हराया.

आपको बता दें कि टीम इंडिया के पूर्व कोच अनिल कुंबले और विराट कोहली के बीच विवाद होने की स्थिती में टीम के नए कोच के लिए आवेदन मंगाए गए थे. जबकि कुंबले का कार्यकाल भी इसी साल जून में इंग्लैंड में चैम्पियंस ट्रॉफी के बाद खत्म हो गया था. जिसके बाद टीम के नए कोच को लेकर फैसला किया जाना था. हालांकि सचिन, सौरव और लक्ष्मण वाली सीएसी कुंबले को भारतीय टीम के कोच के पद पर बरकरार रखना चाहती थी. लेकिन विवाद इतना अधिक बड़ गया कि चैम्पियंस ट्रॉफी खत्म होने के साथ ही कुंबले को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा.