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आइएएस सूर्यप्रताप सिंह ने खुलासे से मचाया तूफान, निशाने पर यूपी का बड़ा मंत्री

लखनऊ। अखिलेश सरकार में कई घोटालों के खुलासे से सुर्खियों में रह चुके  रिटायर्ड आइएएस सूर्यप्रताप सिंह ने फिर से तूफान मचा दिया है। इस बार निशाने पर योगी आदित्यनाथ सरकार के बड़े मंत्री हैं। अखिलेश सरकार में इस्तीफा देने के बाद बतौर व्हिसिलब्लोवर हाईवे सहित कई घोटाले खोलने के बाद अब सूर्यप्रताप भाजपा सरकार में चल रहे गड़बड़झाले को भी बेपर्दा कर रहे हैं।

सूर्यप्रताप सिंह के दावे इसलिए भी अहम हैं क्योंकि इस बार सरकार भाजपा की है और वे खुद भाजपा समर्थक माने जाते हैं। यही नहीं अब तक के उनके सभी खुलासों का आधार प्रमाणिक साक्ष्य रहे। जिसकी वजह से संबंधित मामलों की जांच चल रही है। देश की सबसे बड़ी ऑडिट एजेंसी सीएजी के सदस्य सूर्यप्रताप ने फेसबुक पोस्ट में योगी सरकार के बड़े मंत्री के गड़बड़झाले की पोल खोली है। हालांकि मंत्री का उन्होंने नाम  नहीं लिया है, मगर इशारा सरकार में नंबर दो के ओहदेदार की तरफ है।

मंत्री के चेलों पर हर माल 10 लाख लुटा रहा जेई सूर्यप्रताप ने खुलासा किया है कि योगी सरकार के रसूखदार मंत्र के 50 से 60 चेलों की लखनऊ में रहने-खाने की व्यवस्था एक भ्रष्ट जेई के हवाले है। इस जेई की पोस्टिंग कहीं और है, मगर यह मंत्री और उनके शागिर्दों की आवगभगत में हमेशा लगा रहता है। जाहिर सी बात है कि दस लाख रुपये की भरपाई जेई कमीशन से पूरा करता होगा। सूर्यप्रताप का कहना है कि वह शीघ्र ही मंत्री और जेई के काले-कारनामों की पोल साक्ष्यों के साथ खोलेंगे।

 

 

पढ़िए, सूर्यप्रताप की फेसबुक पोस्ट

उ.प्र. में ‘ईमानदार’ मुख्यमंत्री के मुफ़्तख़ोर ‘भ्रष्ट’ मंत्री….

उत्तर प्रदेश में कुछ भ्रष्ट मंत्रियों के स्टाफ़ व आगंतुकों के खाने-पीने व रहने के ख़र्चे कौन उठाता है ? यह एक गोपनीय जाँच का विषय है, इंटेलिजेन्स एकत्र की जानी चाहिए।  आप जान कर हैरान हो जाएँगे कि सड़क निर्माण से जुड़े दो विभागों में से अपेक्षाकृत ‘छोटे बजट’ वाले विभाग के मंत्री के ५०-६० स्टाफ़ के रहने/खाने व प्रति दिन आने वाले सैकड़ों आगंतुकों की आवभगत का लगभग रु. १० लाख प्रति माह ख़र्चे कौन उठाता है … विभागीय अधिकारी ‘लूटे’ हुए कमिशन से यह ख़र्चा उठाते हैं।

इस बेशर्मी भरे ‘अनैतिक’ दायित्व के लिए मंत्री महोदय के यहाँ इस विभाग के महाभ्रष्ट दाग़ी, परंतु इस मंत्री के अति प्रिय मुख्य अभियंता ने एक जे.ई. (Junior Engineer) को बंगले व ऑफ़िस पर अटैच कर दिया गया है …ख़र्चों का बोझ उठाने का पूरा जिम्मा उसे दिया गया है ….इस JE की पोस्टिंग काग़ज़ पर कहीं और है और ये महाशय रहते है इस चोर मंत्री के बंगले पर या फिर ऑफ़िस में…….मंत्री जी ने इस JE को ‘खतिरदारी’ के एवज़ में अधिक बजट आवंटन का आश्वासन भी दिया है।

अभी तक अतिरिक्त बजट आवंटन न मिलने व जेब से ख़र्चा अधिक होने के कारण यह JE घूम-२ कर यह कहानी सबको बताता फिर रहा है …. अब यह JE, भ्रष्ट मंत्री से पीछा छुटाना चाहता है। इसकी पुष्टि इस मंत्री के जनपद से आने वाले सत्तापक्ष के एक सांसद ने भी की है। उन्होंने यहाँ तक बताया कि इस विभाग का अपने हिस्से का कमिशन भ्रष्ट मंत्री जी ने ५% बढ़ा दिया है….इस महाभ्रष्ट मंत्री ने गड्ढामुक्त सड़कों के कार्य में भी ख़ूब मलाई चाटी और कार्य भी पूरा नहीं किया… सरकार की छिछालेदर भी कराई गयी।

क्या इस भ्रष्ट मंत्री को जाँच करा के तत्काल बर्खास्त कर CM योगी अपनी भ्रष्टाचार के प्रति अपनी ‘Zero Tolerance’ की नीति का संदेश देना चाहेंगे ?  ज्ञात रहे कि इस भ्रष्ट मंत्री के पक्ष में एक बहुत ‘बड़े’ केंद्रीय मंत्री का संरक्षण कहीं बाधा न बन जाए ? इस मंत्री द्वारा अपने पद से बर्ख़ास्तगी के डर से ट्विटर पर लिखकर PM मोदी से मिलने का समय माँगा है। इन महोदय को कोई बताए कि PM से ट्विटर पर समय नहीं माँगा जाता है, इसका एक प्रोटोकोल होता है।

यह मंत्री गुंडे भी पालता है …. मेरे घर पर दूसरा हमला हो जाए तो कोई आश्चर्य नहीं होगा।  ————————————— नोट: मेरी उक्त सूचना सत्यता पर आधारित है। यदि मंत्री जी मेरे विरुद्ध मानहानि का मुक़दमा करें, तो स्वागत है। मैं JE के नाम का ख़ुलासा और साक्ष्यों का रिकॉर्डेड वर्ज़न पेश कर दूँगा।

 -सूर्यप्रताप सिंह