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अमरनाथ यात्रियों पर हमला: ‘बस के मिलिट्री कैंप पहुंचने तक गोलियां बरसाते रहे आतंकी’

श्रीनगर/अहमदाबाद। जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में सोमवार को अमरनाथ यात्रियों पर किए गए आतंकी हमले में 7 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 32 घायल हो गए। श्रीनगर से 50 किलोमीटर दूर अनंतनाग के बाटेंगू में हुए इस हमले में आतंकियों ने गुजरात से आई यात्रियों की एक बस को निशाना बनाया। इससे पहले आतंकियों ने पास में स्थित एक पुलिस कैंप और नाके पर भी हमला किया, लेकिन वहां कोई नुकसान नहीं हुआ। इसके बाद उन्होंने बस पर हमला किया। इस हमले से देश भर में रोष पैदा हुआ है और लोगों ने जमकर निंदा की है। इस बीच कुछ घंटों की रोक के बाद पहलगाम और बालटाल के रूट से यात्रा एक बार फिर शुरू हो गई है।

अनंतनाग के बाटेंगू में हुआ हमला
 आतंकी हमले की भयावहता को बयां करते हुए बस में सवार वलसाड के योगेश प्रजापति ने बताया, ‘हम अमरनाथ के दर्शन करके लौट रहे थे। श्रीनगर से हमारी बस शाम को 5 बजे निकली थी। दो घंटे के सफर के बाद अनंतनाग से 2 किलोमीटर पहले हमारी बस खराब हो गई थी। इसके बाद जैसे ही हमारी बस चलने को तैयार हुई तो बस की खिड़कियों पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसने लगीं। हमारे ड्राइवर सलीम ने इसके बाद भी बस नहीं रोकी और बहादुरी से चलाते रहे, जबकि आतंकी मिलिट्री कैंप पहुंचने तक बस में गोलियां दागते रहे। सेना ने हमें बचाने का काम किया, लेकिन इस हमले में 7 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। यह एक चमत्कार ही है कि 60 लोगों में से बाकी लोग जिंदा हैं और जल्दी ही घर लौंटेंगे।’
यह बस गुजरात के वलसाड से गई थी और सभी यात्री गुजरात के ही थे। गुजरात के सीएम विजय रूपानी ने कहा, ‘यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हम पीड़ित परिवारों के साथ हैं। अब तक मिली सूचना के मुताबिक वलसाड की छह महिलाओं और एक व्यक्ति की आतंकी हमले में मौत हुई है। हम पीएमओ और जम्मू-कश्मीर सरकार से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं। मृतकों के शवों और घायलों को पहुंचाने के लिए पीएमओ ने एयर फोर्स के स्पेशल प्लेन की व्यवस्था की है।’ जम्मू-कश्मीर पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि हमले का शिकार हुई गुजरात की बस बातटाल से जम्मू लौट रही थी। यह बस काफिले का हिस्सा नहीं थी।

2 जुलाई को अमरनाथ यात्रा के लिए निकली थी बस
गुजरात के साबरकांठा के एसपी पी.एल. मॉल ने बताया, ‘वलसाड के ओम ट्रैवल्स की बस नंबर GJ09Z9976 2 जुलाई को अमरनाथ यात्रा के लिए रवाना हुई थी। बस मालिक जवाहर देसाई के हर्ष भी यात्रियों में शामिल थे। अमरनाथ के दर्शन करने के बाद लौट रही बस पर हुए हमले में घायल लोगों में हर्ष देसाई भी शामिल थे।’

हिजबुल और लश्कर पर हमले का शक
केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों का कहना है कि इस इलाके में हिजबुल मुजाहिदीन की सक्रियता है। इसके अलावा लश्कर-ए-तैयबा पर भी इस हमले का शक है। बता दें कि अमरनाथ यात्रा पर आतंकी हमले के खतरे को लेकर पहले ही अलर्ट जारी किया गया था। पिछले साल 8 जुलाई को सुरक्षा बलों से मुठभेड़ में ढेर हुए हिजबुल आतंकी बुरहान वानी की मौत की बरसी पर आतंकी हमले की फिराक में थे।