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अखिलेश पर बरसे मुलायम, बोले, ‘2014 में सब बातें मानी थीं, किसने किया शर्मिंदा’

lko-mulayamलखनऊ। समाजवादी पार्टी मुलायम सिंह यादव के हस्तक्षेप के बाद यूपी में चल रही चाचा-भतीजे की लड़ाई का पटाक्षेप होता दिख रहा है। मुलायम ने घोषणा कर दी है कि शिवपाल प्रदेश अध्यक्ष बने रहेंगे। मामला इतना ही होता, तो कहानी खत्म मान लेते, पर ऐसा है नहीं। मुलायम ने जिस तल्ख अंदाज में अखिलेश को लगभग ‘डांट’ पिलाई है, उसके संदेश कुछ भी हो सकते हैं। एसपी सुप्रीमो ने यहां तक कह डाला कि 2014 में अखिलेश की सारी बातें मानी गईं और पार्टी को 5 सीटें मिलीं। उन्होंने कार्यकर्ताओं से सवाल किया, ‘किसने किया शर्मिंदा? मैंने या उन्होंने (अखिलेश)?’

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक मुलायम सिंह ने कार्यकर्ता सम्मेलन में स्पष्ट कर दिया कि शिवपाल की हनक कम नहीं होगी। अखिलेश के समर्थन में लखनऊ में उनके आवास पर युवा कार्यकर्ताओं की नारेबाजी ने मुलायम को कुछ ज्यादा ही व्यथित कर दिया था। इसका असर मुलायम के तेवर पर भी पड़ा।

रिपोर्ट के मुताबिक एसपी सुप्रीमो ने कहा, ‘अगर वह (अखिलेश) मेरे बेटे नहीं होते तो उन्हें कोई स्वीकार नहीं करता। मैंने और शिवपाल ने जब समाजवादी पार्टी बनाई तब अखिलेश स्कूल में थे।’ बिफरे मुलायम ने आगे कहा कि कोई भी अपनी मनमर्जी नहीं कर सकता। मुलायम की नाराजगी इस बात को लेकर थी कि कोई समस्या थी तो उनके सामने आनी थी। उन्होंने सवाल किया, ‘अखिलेश ने शिवपाल के पोर्टफोलियो क्यों लिए?’
मुलायम ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि शिवपाल ने समाजवादी पार्टी को फलने-फूलने में काफी मेहनत की है। मुलायम बोले, ‘मैंने पार्टी को अपने खून से सींचा। शिवपाल ने पार्टी के लिए काफी कुछ झेला और त्याग किया।’ मुलायम ने कहा कि अखिलेश भी गलत निर्णय ले सकते हैं और उनके पास अधिकार है कि वह (मुलायम) इन गलतियों को सुधारें।

मुलायम सिंह यादव ने पार्टी कार्यकर्ताओं को अंतिम फरमान सुनाते हुए कहा कि उनके द्वारा जो निर्णय लिया गया वह नहीं बदलेगा। शिवपाल यूपी अध्यक्ष बने रहेंगे। हालांकि बाद में मुलायम ने मरहम लगाते हुए अखिलेश के कुछ कामों की तारीफ भी कर दी।

उधर, पिता का ऐसा रुख देख अखिलेश भी संभलते नजर आए। उन्होंने शिवपाल यादव को अपना पूरा समर्थन देने की बात कही। साथ ही पार्टी कार्यकर्ताओं से 2017 के विधानसभा चुनावों के लिए पूरी ताकत झोंकने की अपील की।