नई दिल्ली। दिल्ली से मुंबई का सफर 60 मिनट में और मुंबई से चेन्नै का सफर 30 मिनट में पूरा हो सकता है? वैसे तो प्लेन को भी इससे ज्यादा समय लगता है, लेकिन मंगलवार को रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने एक ऐसी टेक्नोलॉजी पर चर्चा की, जिसके हकीकत में तब्दील होने पर आप बुलेट ट्रेन से भी तेज सफर कर सकते हैं। अमेरिकी कंपनी ‘हाइपरलूप वन’ भारत में दस्तक देने की तैयारी में है, जिसका दावा है कि चुंबकीय आधारित टेक्नॉलजी की मदद से वह सामान और यात्रियों को बेहद तेज गति से एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचा सकती है।
हाइपरलूप बनाने को उत्सुक कंपनी ने भारत में 5 रूटों का सुझाव दिया है। कंपनी ने मंगलवार को ‘भारत के लिए हाइपरलूप का विजन’ विषय पर सम्मलेन आयोजित किया, जिसमें रेलमंत्री समेत नीति आयोग और अन्य विभागों के अफसरों ने भी हिस्सा लिया।कार्यक्रम के बाद रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने कहा, ‘कई सारी नई टेक्नॉलजी आ रही हैं। हम इन्हें ध्यान से देख रहे हैं।’
हाइपरलूप एक ऐसी टेक्नॉलजी पर काम कर रहा है जो लो प्रेसर ट्यूब्स में चुंबकीय उत्तोलन के जरिए एक जगह से दूसरे जगह तक ले जाने में सक्षम है। फिलहाल यह कंपनी अमेरिकी शहर नेवाडा में अपने प्रॉडक्ट को लॉन्च करने की तैयारी में जुटा है।
लाइपरलूप टेक्नॉलजी को ‘बेहद रोमांचक’ बताते हुए सुरेश प्रभु ने कहा, ‘मुंबई और दिल्ली के बीच 60 मिनट में और चेन्नै से मुंबई केवल 30 मिनट में जाने के बारे में सोच रहा हूं। हम नजदीक से देख रहे हैं कि यह कैसे हो सकता है।’ उन्होंने कहा कि भारतीय रेलवे आधुनिकीकरण और स्पीड बढ़ाने पर जोर दे रहा है। उन्होंने कहा, ‘स्पीड पर हमारा फोकस है। हम सभी ट्रेनों की औसत गति को बढ़ाने में जुटे हुए हैं। हमने मौजूदा ट्रैक्स पर ही दिल्ली-मुंबई और दिल्ली हावड़ा के बीच ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने की दिशा में कदम उठाए हैं।’