कैबिनेट की बैठक में भावुक अखिलेश बोले ‘मैं नेताजी के लिए सबकुछ करूंगा’
लखनऊ। समाजवादी परिवार में हुए घमासान के बाद मंगलवार को पहली कैबिनेट बैठक हुई। विवाद के बाद यह पहला मौका था जब परिवार के बाहर सीएम अखिलेश और मंत्री शिवपाल सार्वजनिक तौर पर साथ थे। अब तक विवाद पर कुछ कहने से बच रहे सीनियर मंत्रियों को भी यहां खुलकर बात करने का मौका मिला। सबने कहा अब विवादों की बात खत्म की जाए। बात शुरू हुई तो सीएम अखिलेश भावुक हो उठे, उन्होंने कहा, ‘एक बेटा होने के नाते नेताजी को खुश करने के लिए मुझे जो भी करना होगा करूंगा। मैं सब कुछ करने को तैयार हूं।’
सुबह के करीब 11 बजे सभी मंत्री कैबिनेट के मीटिंग हॉल में पहुंच गए थे। नगर विकास मंत्री मो.आजम खां अकेले पहुंचे तो राजस्व मंत्री शिवपाल यादव पर्यटन मंत्री ओम प्रकाश सिंह के साथ थे। सीएम के एक ओर आजम खां बैठ गए तो दूसरी ओर शिवपाल। इशारों-इशारों में सबने एक-दूसरे को नमस्कार किया। मंत्री एक-दूसरे की ओर ठीक से देख भी नहीं रहे थे। तभी आजम बोले, ‘इतना सन्नाटा क्यूं है भाई? आजम यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा कि पार्टी के भीतर जो कुछ भी हो रहा है, उससे पार्टी का बड़ा नुकसान हो रहा है। अब बात खत्म होनी चाहिए। इस तरह के माहौल में हम पर असर पड़ेगा। हम चुनाव में कैसे जाएंगे? आजम समझाते गए और सब खामोश रहे।
आजम खां के हर सवाल का जवाब खुद सीएम अखिलेश यादव ने दिया। उन्होंने कहा कि हमें अब चुनाव में जाना है। इस वक्त हम सबको नेताजी की बात सुननी है। अब हम सबको नेताजी का हर फैसला मान्य है। यह कहते हुए वह भावुक हो गए। उनकी इस बात का समर्थन शिवपाल यादव समेत सभी मंत्रियों ने किया। इसके बाद शिवपाल ने भी कहा कि परिवार में कहीं कोई विवाद नहीं है। हम सब मिलकर अगली सरकार बनाएंगे। मंत्री राजा भैया समेत कुछ और सीनियर मंत्रियों ने भी जनता में जा रहे ‘इम्प्रेशन’ को लेकर भी चिंता जतायी।
यह बात चल ही रही थी कि एक सीनियर मंत्री की आवाज आई, आजम साहब अब आप भी अमर सिंह का पीछा छोड़ दीजिए। आजम भी मुस्कुराते हुए बोले- हम कहां किसी के पीछे हैं।
कैबिनेट मीटिंग खत्म होने के बाद आजम खां ने कहा कि अब हम सब साथ ही नीचे चलेंगे। उन्होंने सीएम और शिवपाल की ओर इशारा किया। एनेक्सी की वीवीआईपी लिफ्ट से तीनों साथ ही उतरे और मीडिया के सामने साथ ही आकर खड़े हुए। आजम ने मीडिया से कहा, ‘आल इज वेल’।
मीडिया से सीएम अखिलेश ने कहा, ‘तमाम चर्चाएं हुई हैं, ना केवल प्रदेश में बल्कि देश में भी। मैं जनता, प्रेस, और पार्टी नेताओं और पदाधिकारियों के कहना चाहता हूं कि यह समाजवादी परिवार जैसा था, वैसा ही है और रहेगा। आने वाले समय में हमारे सामने कई चुनौतियां हैं। यूपी में कुछ साम्प्रदायिक ताकतें घुसना चाहती हैं किसी रास्ते से। लेकिन हम सब मिलकर राज्य को विकास के रास्ते पर ले जाकर काम करेंगे।’