भोपाल। कहते हैं कि अपना नुकसान हो जाए, तो इंसान औरों को उस नुकसान से बचाने की कोशिश नहीं करता। इसके ठीक उलट मध्य प्रदेश के सतना जिले में रहने वाले एक परिवार ने जब अपना एक सदस्य खो दिया, तो उन्होंने औरों को इस दर्द से बचाने की कोशिश की। सतना शहर के टिकुरिया टोला में रहने वाले 49 साल के राजेंद्र गुप्ता बीते 3 मार्च को एक सड़क हादसे का शिकार हो गए थे। वह अपनी मोपेड से कहीं जा रहे थे कि पीछे से आती एक कार ने ओवरटेक की कोशिश में उन्हें टक्कर मार दी। गुप्ता ने हेल्मेट नहीं पहना था। उनके सिर में गंभीर चोट आई।
चोट के कारण गुप्ता कोमा में चले गए। 8 मार्च को इलाज के दौरान ही उनकी मौत हो गई। 21 मार्च को उनकी तेरहवीं थी। इस मौके पर आयोजित ‘ब्राह्मण भोज’ में गुप्ता के परिवार ने हेल्मेट बांटे। रिवाज के मुताबिक, ब्राह्मण भोज के मौके पर मृतक की आत्मा की शांति के लिए उसकी जरूरत और पसंद की चीजें ब्राह्मणों को दी जाती हैं। गुप्ता परिवार ने ब्राह्मणों को केवल 35 हेल्मेट बांटे। इसके अलावा कुछ और नहीं दिया।
राजेंद्र गुप्ता के बड़े बेटे, 31 वर्षीय विवेक गुप्ता बताते हैं, ‘अगर मेरे पिता ने हेल्मेट पहना होता, तो आज वह जिंदा होते। हम चाहते हैं कि ऐसा हादसा कभी किसी और के साथ ना हो। इसी लिए हमने इन लोगों को हेल्मेट दिया, ताकि कम से कम ये लोग सुरक्षित रहें। हमारे इस काम और हेल्मेट के बारे में जब भी चर्चा होगी, तो यह लोगों को याद दिलाएगा कि इसका इस्तेमाल ना करने का क्या नतीजा हो सकता है।’ राजेंद्र गुप्ता जहां राशन की दुकान चलाते थे, वहीं विवेक एक को-ऑपरेटिव सोसायटी के साथ काम करते हैं।