Breaking News

वक्फ बोर्ड अधिनियम संशोधन के समर्थन में खड़े हुए श्री राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी, बोले-महिला सदस्य वक्फ बोर्ड का हिस्सा नहीं है, अब वक्फ बोर्ड की संपत्ति में महिलाओं का हिस्सा होगा

वक्फ बोर्ड अधिनियम में संशोधन को लेकर चर्चा जोरों पर है। दावा किया जा रहा है कि केंद्र सरकार वक्फ बोर्ड अधिनियम में संशोधन को लेकर संसद में विधेयक लाने की तैयारी में है। इन सबके बीच श्री राम जन्मभूमि मंदिर, अयोध्या के मुख्य पुजारी, आचार्य सत्येंद्र दास जी महाराज ने सरकार द्वारा प्रस्तावित संशोधनों का स्वागत किया। उन्होंने कहा, ”यह एक अच्छा कदम है, वक्फ बोर्ड की संपत्ति में महिला का कोई हिस्सा नहीं है क्योंकि कोई भी महिला सदस्य वक्फ बोर्ड का हिस्सा नहीं है, अब वक्फ बोर्ड की संपत्ति में महिलाओं का हिस्सा होगा।”

अपने बयान में सत्येंद्र दास ने कहा कि वक्फ बोर्ड के स्वामित्व वाली संपत्ति कैसी है? वक्फ बोर्ड का यह संपत्ति किस आधार पर है और वक्फ बोर्ड की संपत्ति का मौद्रिक मूल्य क्या है? वक्फ बोर्ड की संपत्तियों की समीक्षा की जायेगी। विभिन्न क्षेत्रों में वक्फ बोर्ड की जमीन की जांच की जायेगी। उन्होंने आगे कहा, ‘प्रशासन द्वारा समीक्षा की जाएगी, फिर समीक्षा के बाद मौद्रिक मूल्य, स्वामित्व का आधार, भूमि का स्रोत और अधिग्रहण की प्रक्रिया सहित संपत्ति के हर पहलू की जांच की जाएगी।’

 

उन्होंने कहा, ‘वक्फ बोर्ड सरकारी जमीन का अधिग्रहण कैसे करता है, उन्हें जमीन किसने दी, इन बातों की जांच होनी चाहिए।’ उन्होंने कहा कि यदि किसी संपत्ति का एक निश्चित मौद्रिक मूल्य है तो उसका भुगतान वक्फ बोर्ड द्वारा किया जाना चाहिए, वर्तमान में वक्फ बोर्ड ने बिना कुछ भुगतान किए सरकारी संपत्तियों का अधिग्रहण कर लिया है। संपत्ति की समीक्षा जिलाधिकारी द्वारा की जायेगी। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस कदम का विरोध करते हुए आरोप लगाया कि भाजपा केवल मुसलमानों के अधिकार छीनना चाहती है।