जब सामने के मंच से राजबब्बर संबोधन करने लगे तो दूसरी तरफ से नीचे खड़े बीजेपी समर्थक मोदी-मोदी का नारा लगा रहे थे। जिससे नाराज राजबब्बर ने मोदी -मोदी नारे को धोबी-धोबी उच्चारण करते हुए कहा कि जेब धो दी, कपडे धो दी, पैन्ट धो दी। राजबब्बर के इस संबोधन के बाद बीजेपी कार्यकर्ता उग्र होने लगे और मामला तूल पकड़ने लगा। मौके की नजाकत को देखते हुवे राजबब्बर समय से पहले ही अपना संबोधन खत्म कर प्रमोद तिवारी के साथ वहां से चले गए।
उनके जवाब में स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि मैं किसी को पहले छेड़ता नहीं हूं लेकिन अगर कोई मुझे छेड़ता है तो मैं उसे छोड़ता भी नहीं हूं। आगे उन्होंने कहा कि यहां लाठी-डंडों , बातों-बतंगड़ की लड़ाई नहीं है यहां विचारों की लड़ाई है। कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि हमारे जिले के नेता प्रमोद तिवारी जी आये थे, मुझे देखकर मुस्कुरा रहे थे। राजबब्बर जी भी आये थे वो तो हीरो हैं लेकिन घूम एक जीरो के साथ रहे हैं।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने एक ही जगह में दलों को परमिशन देने पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट पर आरोप लगाते हुए कहा कि मैं इसका जवाब लूंगा मुझे शक हो रहा है, आप निर्वाचन अधिकारी के रूप में ईमानदारी से काम करोगे या नहीं इस पर मुझे संदेह है ।
ज्वाईंट मजिस्ट्रेट संजीव रंजन ने अपने बचाव में कहा कि दोनों सभाओं का परमिशन दो अलग-अलग दुकानों के सामने के नाम से लिया गया था जिसकी वजह से यह हुआ। आमने सामने मंच लगने के बाद वहां मात्रा में फोर्स भी लगाई थी।