लखनऊ । राजधानी लखनऊ में पेशी पर लाए गए यादव सिंह और उनके साथ के अधिकारियों की वकीलों ने पिटाई कर दी। इस मामले को लेकर भले ही प्रशासन शिकायत न मिलने और कार्रवाई को लेकर पल्ला झाड़े, लेकिन यह अराजकता ठीक नहीं है। यादव सिंह को सजा कोर्ट देगी। क्या इस तरह यादव सिंह से भी बड़े कारोबारी विजय माल्या पर हमला हो सकता है।
पिछले कुछ दिनों पूरे प्रदेश में वकीलों ने जिस तरह से कानून व्यवस्था को अपने हाथ में लिया है वह खुद ही अराजकता का परिचायक है। हाल ही में लखनऊ में एक व्यापारी नेता को नंगा कर पीटा गया था। क्या इस मामले में मानवाधिकार ने कोई कार्रवाई की। यह अराजक हालात यदि रोके नहीं गए तो वह दिन दूर नहीं जब कोई बड़ा गोलीबारी कांड हो जाए।
एक महीने पहले ही लखनऊ के कोर्ट में ही दो एसडीएम स्तर के अधिकारियों को भी पीटा गया था।
नोएडा डेवलपमेंट अथॉरिटी के पूर्व चीफ इंजीनियर और एक हजार करोड़ के घोटाले के आरोपी यादव सिंह पर सोमवार दोपहर लखनऊ जिला जज कोर्ट से निकलते ही अधिवक्ताओं ने हमला बोल दिया। अधिवक्ताओं ने यादव सिंह और उनको लेकर जा रहे ईडी के अधिकारियों और सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों की लात-घूसों से पिटाई की।
हमले के दौरान गेट के बाहर लगी एक चाय व पान मसाले की दुकान और स्टैंड में खड़ी कई गाड़ियां भी क्षतिग्रस्त हुईं। हमले में ईडी के सीओ व एक अन्य अधिकारी समेत कई लोग चोटिल हो गए।