नई दिल्ली। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर चुटीले अंदाज में जमकर हमला बोला। पूरे लय में नजर आ रहे मोदी ने कहा कि कुछ लोग मंदबुद्धि के हैं, बात देर से समझ में आती है और कुछ समझ में नहीं आता तो विरोध करते हैं। उन्होंने राहुल गांधी का नाम लिए बिना उनके द्वारा अध्यादेश फाड़ने की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि आज ऐसे लोग दूसरों को उपदेश देने में निपुण होते हैं।
उन्होंने कहा, ‘मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे, देश के सम्मानीय नेता हैं। उनकी कैबिनट में एंटनी, शरद पवार जैसे सम्मानीय लोग थे और उन्होंने कुछ फैसला किया था। उस समय मनमोहन सिंह अमेरिकी राष्ट्रपति के साथ बातचीत करने के लिए अमेरिका में थे। यह देश उस बात को कभी नहीं भुला सकता कि 27 सितंबर 2013 को मनमोहन सिंह द्वारा लाए गए अध्यादेश को प्रेस सम्मेलन में फाड़ दिया गया है। बड़ों का ऐसा अपमान देश नहीं भूलेगा।’
इसके बाद उन्होंने यूपी विधानसभा चुनाव प्रचार में राहुल गांधी द्वारा लखनऊ की रैली में समाजवादी पार्टी के वादों की लिस्ट के फाड़ने का जिक्र करते हुए कहा, ‘हो सकता है कि हम मुलायम सिंह को पसंद नहीं करते हों, लेकिन वह सम्मानीय तो हैं। फिर कहूंगा कि पर उपदेश कुशल बहुतेरे।’ इसके बाद उन्होंने अपनी महत्वाकांक्षी योजना ‘मेक इन इंडिया’ पर कटाक्ष का भी जवाब दिया और कहा कि कुछ लोगों को नई योजनाएं समझ में नहीं आती हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मेक इन इंडिया का मजाक उड़ा रहे हैं। ऐसा कहा जाता है कि भीख का कटोरा लेकर निकले हो। और जब हम यह कहते हैं तो दूसरे लोग इसे और जोर से कहते हैं। यह मैं नहीं, इंदिरा गांधी कहती थीं। उन्होंने 1974 में आईपी कॉलेज में कहा था। मेक इन इंडिया का मजाक उड़ाया जा रहा है। अगर यह सफल नहीं हुआ है तो इसके सफल होने के लिए किए जाने वाले उपायों पर चर्चा की जानी चाहिए।’
पीएम ने जोर देकर कहा कि बिल पास होने ही चाहिए, यह सिस्टम को बिचौलियों से मुक्त करते हैं। उन्होंने मुख्य विपक्षा पार्टी कांग्रेस से अपील करते हुए कहा कि जीएसटी बिल आप ही का है, उसे रोका जा रहा है। इस दौरान विपक्ष के हंगामे पर नरेंद्र मोदी ने कहा,’मुझे 14 साल से बहुत प्रमाणपत्र मिल रहे हैं, एक आपका भी सही। शुक्रिया। सिर झुकाकर स्वीकार करता हूं।’