हॉन्ग कॉन्ग। उधर ओबामा ने साउथ-ईस्ट एशियाई देशों के नेताओं को संबोधित करते हुए दक्षिण चीन सागर में चीनी निर्माण के लिए उसे चेतावनी दी तो दूसरी तरफ ताइवान ने बताया कि चीन ने दक्षिण चीन सागर में मिसाइलों की तैनाती कर दी है। चीन ने दक्षिण चीन सागर में पार्सेल चेन के एक द्वीप में जमीन से हवा में दागी जाने वाली मिसाइल की तैनाती कर दी है। यह बात ताइवान सरकार ने सीएनएन से कही है। ताइवानी रक्षा मंत्रालय ने अपना बयान जारी कर बताया है कि उसने फर्स्ट हैंड खुफिया जानकारी से इसकी पुष्टि की है। ताइवान ने इस इलाके में मिसाइल बैटरी होने की भी पुष्टि की है। दक्षिण चीन सागर को लेकर चीन और उसके पड़ोसी देशों में विवाद है।
ताइवानी रक्षा मंत्रालय ने कहा, ‘चीन ने सरफेश-टु-एयर मिसाइल की तैनाती पार्सेल श्रृंखला के द्वीप में की है। चीनी गणराज्य की मिलिटरी करीबी से पूरी स्थिति पर नजर रख रही है। चीनी मिलिटरी अगली स्थिति की निगरानी भी कर रही है।’ इस चीनी तैनाती के बाद ताइवानी डिफेंस मिनिस्ट्री ने सभी पार्टियों से साउथ चीन सागर में शांति और स्थिरता बनाए रखने की अपील की है। ताइवान ने कहा कि यहां किसी भी तरह की एकतरफा कार्रवाई से बचा जाना चाहिए। ताइवान ने कहा कि यदि ऐसा होता है तो यहां तनाव बढ़ेगा।
चीन ने ताइवान के इस दावे को खारिज कर दिया है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने रिपोर्टरों से साउथ चीन सागर में गतिविधियों पर होने वाली रेग्युलर प्रेस ब्रिफिंग में कहा कि हमारी यहां भूमिका शांतिपूर्ण होगी। चीन ने कहा, ‘हम हमेशा से कहते आ रहे हैं कि दक्षिण चीन सागर में निर्माण इंटरनैशनल कम्युनिटी को पब्लिक सर्विस मुहैया कराने के लिए है। इसके साथ ही हम राहत बचाव कार्य के लिए ऐसा कर रहे हैं ताकि मछुआरों के लिए मेडिकल ऑपरेशन चलाया जा सके।’
चीन ने कहा कि प्रासंगिक सुविधाएं जरूरत पड़ने पर इंटरनैशनल कम्युनिटी को मुहैया कराई जाएगी। इसके साथ ही चीन ने कहा कि वहां चीनी मिलिटरी सुविधाओं को स्थापित करना हमारी आत्मरक्षा के लिए है। चीन ने कहा कि उसे इंटरनैशनल लॉ के मुताबिक ऐसा करने का हक है और इससे महासागर में इंटरनैशनल लॉ के मुताबिक आवाजाही की आजादी पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। इसके पहले अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने चीन से कहा था कि वह दक्षिण चीन सागर में सारे निर्माण को तत्काल रोक दे।
साउथ-ईस्ट एशियन देशों को नेताओं को संबोधित करते हुए ओबामा ने कैलिफोर्निया में कहा कि चीन दक्षिण चीन सागर में दावा करना, निर्माण करना और सैन्यीकरण करना बंद करे। ओबामा ने कहा कि दक्षिण चीन सागर में चीन द्वारा हवाई पट्टी और बंदरगाह बनाना उसके सैन्यीकरण का हिस्सा है। चीन के साथ ही ताइवान भी इस विवादित द्वीप में निर्माण का काम कर रहा है। जापान ने भी ऐसा ही दावा किया है। इसके लेकर पूरे इलाके में टेंशन है। अमेरिका ने भी साउथ-ईस्ट एशियाई सहयोगियों के साथ चीन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।