संग्रहालय में जनजातीय समुदाय से जुड़े खान-पान को बढ़ावा देने के लिए फूड कोर्ट का निर्माण कराया जाएगा। इसके साथ ही जनजातीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए आउटलेट भी होगा। जहां पर स्थानीय उत्पादों की बिक्री हो सके। इससे समुदाय को आर्थिक स्वावलंबन भी प्राप्त होगा।
जनजातीय समुदाय के परंपरागत वाद्ययंत्र और क्रीड़ा के उपकरण भी संग्रहालय में देखने को मिलेंगे। मंत्री असीम अरुण ने बताया कि संग्रहालय आधुनिक सुविधाओं से परिपूर्ण होगा ताकि देश-विदेश से आने वाले पर्यटक जनजातीय शैली से रूबरू हो सकें।