लखनऊ। पुलिस महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कितनी फिक्रमंद है। इसकी ताजा नजीर अलीगंज पुलिस ने पेश की। अलीगंज के विमिन हॉस्टल में शनिवार रात को घुसकर एक बदमाश ने युवती को इतना परेशान किया कि उसने पहली मंजिल से छलांग लगा दी, जिससे उसका पैर टूट गया। पुलिस कार्रवाई के बजाए उल्टे पीड़ित को ही समझाकर लौट आई।
बदमाश बाज नहीं आया तो युवती मंगलवार को एक बीजेपी कार्यकर्ता के साथ थाने पहुंची, तब पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज किया। पुलिस ने आरोपित के पिता को हिरासत में ले लिया है।
मऊ निवासी एक युवती अलीगंज में नॉवेल्टी सिनेमा के पास स्थित ऑल इंडिया वर्किंग विमिन हॉस्टल में रहती है। वह प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही है और नौकरी भी करती है। हॉस्टल के पास ही एक पान की दुकान है। शनिवार रात एक बजे पान की दुकान करने वाला सोनू बाजपेई हॉस्टल की दीवार फांद कर अंदर घुस गया। वह पहली मंजिल पर स्थित युवती के कमरे के पास पहुंचा और उसका दरवाजा पीटने लगा। युवती ने विरोध किया तो सोनू ने गालियां देनी शुरू कर दी।
हॉस्टल की अन्य लड़कियां भी जग गईं और डर के मारे चिल्लाने लगीं। दरवाजा टूटने के कगार पर था, बचने के लिए खौफजदा युवती ने कमरे की खिड़की से नीचे छलांग लगा दी। उसका दाहिना पैर फ्रैक्चर हो गया और कई चोटें आईं। सोनू वहां से भाग निकला। हॉस्टल की वार्डेन वंदना ने बताया कि उन्होंने मामले की जानकारी पुलिस कंट्रोल रूम और 1090 पर दी। चौकी प्रभारी कपूरथला सीके मिश्रा पुलिसकर्मियों के साथ पहुंचे, लेकिन कार्रवाई के बजाए उल्टा यह कहने लगे कि सोनू तो बहुत अच्छा लड़का है। वहीं, युवती का कहना है कि उसने चौकी इंचार्ज को लिखित तहरीर दी थी। वह युवती को यह समझाकर चले गए कि तुम अपने करियर पर ध्यान दो। कोर्ट कचहरी के चक्कर में पड़ना ठीक नहीं है। उसे हम बिना एफआईआर लिखे ही जेल भेज देंगे।