मुंबई। महाराष्ट्र मेडिकल काउंसिल ने एक डॉक्टर को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है। इस डॉक्टर पर आरोप है कि उसने एक मरीज की आंत का एक हिस्सा काट दिया, वह भी बिना मेडिकल जांच-पड़ताल किए।
रिपोर्ट में बाद में कैंसर के खत्म होने की बात सामने आई। जब कुलकर्णी को कुछ डॉक्टरों ने बताया कि ऑपरेशन की जरूरत ही नहीं थी, तो उन्होंने एमएमसी का रुख किया। एमएमसी प्रेजिडेंट डॉक्टर किशोर ताओरी ने टीओआई को बताया कि कोई भी अंग बिना किसी पड़ताल और सबूत के अलग नहीं किया जा सकता। ताओरी ने बताया कि डॉक्टर को जांच किए बगैर अंग नहीं निकालना चाहिए था, डॉक्टर रहाणे को प्रावधान के साथ इस पर 10 दिन के भीतर जवाब मांगा गया है।
एमएमसी को तय वक्त में जवाब न देने के चलते रहाणे को निलंबित कर दिया गया है। ताओरी ने कहा कि अब एक्सपर्ट्स कमिटी रहाणे की सजा पर विचार करेगी। कुलकर्णी बताते हैं कि 12 डॉक्टरों ने मेरे केस की सुनवाई की है, मुझे नहीं पता कि आगे क्या होने वाला है।