नई दिल्ली। पीएम मोदी की अगुवाई में भारत तेजी से विकसित राष्ट्र बनने की ओर बढ़ रहा है. अंतरिक्ष के क्षेत्र में भी भारत नित-नई बुलंदियों को छूता जा रहा है. अभी हाल ही में इसरो यानी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने “श्री हरिकोटा” उपग्रह प्रक्षेपण केंद्र से एक ही रॉकेट से 104 उपग्रहों को प्रक्षेपित करके इतिहास रच दिया था. इसके बाद अब जो खबर आ रही उसे पढ़कर हर भारतीय का सीना गर्व से फूल जाएगा.
अमेरिकी खुफिया एजेंसियों का संभावित प्रभारी स्तब्ध
भारत की इस ऐतिहासिक कामयाबी से जहां एक ओर सारी दुनिया में भारत का डंका बज गया है वहीँ दूसरी ओर अमेरिकी खुफिया एजेंसियों के प्रभारी पद की दौड़ में शीर्ष प्रत्याशी के भी पसीने छूट गए है. दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका की खुफिया एजेंसी सीआईए के निदेशक बनने की दौड़ में शामिल और पूर्व सांसद रह चुके डैन कोट्स ने कहा कि वो यह पढ़कर हैरान रह गए थे कि भारत ने एक ही रॉकेट से 100 से ज्यादा उपग्रहों को प्रक्षेपित कर दिया.
डैन कोट्स ने कहा कि अमेरिका इससे पिछड़ते हुए दिखाई देने का खतरा मोल नहीं ले सकता. उन्होंने भारत की उपलब्धि की तारीफ़ करते हुए कहा कि ये उपग्रह आकार में छोटे हो सकते हैं लेकिन एक ही रॉकेट इतने सारे उपग्रह अंतरिक्ष में भेज सकता है, ये बात बेहद ही हैरतअंगेज है. उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि उस राकेट में 104 प्लेटफार्म थे. आपको बता दें कि यदि संसद में कोट्स के नाम की पुष्टि हो जाती है तो वो सीआईए समेत अमेरिका की सभी बड़ी खुफियां एजेंसियों के प्रभारी बन जाएंगे.
इसरो ने बनाया था वर्ल्ड रिकॉर्ड
गौरतलब है कि इसरो द्वारा एक ही राकेट से 104 उपग्रह प्रक्षेपित किया जाना भारत के लिए बहुत ही गौरव की बात है क्योंकि ऐसा करने वाला भारत पहला देश है. दुनिया के लिए सबसे ज्यादा हैरत की बात ये भी रही कि इसरो ने जिन 104 उपग्रहों को अंतरिक्ष में स्थापित किया था उनमे से केवल तीन उपग्रह ही भारत के हैं, बाकी के उपग्रह अन्य देशों के हैं जिन्हें प्रक्षेपित करने से इसरो की काफी कमाई भी हुई.
अरबों कमा रहा है इसरो
इसके अलावा इस बात की चर्चा भी जोरों पर है कि दुनिया की अन्य सभी सैटेलाइट लॉन्चिंग एजेंसियों की तुलना में इसरो की लॉन्चिंग 10 गुना तक सस्ती है यानी अन्य देश यदि इसरो से अपने उपग्रह प्रक्षपित करवाते हैं तो उन्हें 10 गुना कम दाम देना होगा. यही वजह है कि इसरो की कमाई तेजी से बढ़ती जा रही है. इसरो की कमर्शियल इकाई “एंट्रिक्स कॉरपोरेशन” को तकरीबन 500 करोड़ रुपये के ऑर्डर मिल भी चुके हैं. इतना ही नहीं बल्कि तकरीबन 500 करोड़ के अन्य आर्डर भी इसरो को जल्दी ही मिलने वाले हैं. कुल मिलाकर ये कहा जा सकता है कि तेजी से आगे बढ़ते भारत की ओर सारी दुनिया की नज़रें टिकी हुई हैं.