बेंगलुरु। अफ्रीकी देश तंजानिया की स्टूडेंट को रविवार रात पीटने और उसे सड़क पर निर्वस्त्र किए जाने का मामला सामने आने के बाद विवाद काफी बढ़ गया है। तंजानियाई दूतावास ने जहां सरकार से हमलावरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है, वहीं विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बुधवार रात इस घटना को शर्मनाक बताते हुए मामले की रिपोर्ट मांगी है।
स्वराज ने ट्वीट किया, ‘बेंगलुरु में एक तंजानियाई लड़की के साथ हुई इस शर्मनाक घटना के लिए हम दिल से दुखी हैं।’ सुषमा ने लिखा कि उन्होंने कर्नाटक के मुख्यमंत्री से बात की है। इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि पीड़ित लड़की का बयान बुधवार को दर्ज किया गया और इस घटना पर कार्रवाई करने में तीन दिन की देरी हुई है।
क्या है मामला
जिस लड़की पर हमला किया गया है, वह 21 साल की कॉलेज स्टूडेंट है। रविवार की रात, वह जिस वैगन-आर कार में यात्रा कर रही थी, उसे करीब 200 लोगों की भीड़ ने रोक लिया था। इससे आधे घंटे पहले ही एक कार वहां से गुजरी थी जिसने सड़क पर चल रही एक महिला को कुचल दिया था। इससे गुस्साए लोगों ने अपना गुस्सा इस वैगन-आर कार पर निकाला।
ऑल अफ्रीकन स्टूडेंट्स यूनियन ने बताया कि कार को रोकने के बाद भीड़ ने तंजानियाई लड़की को बाहर निकाला और कथित तौर पर उसे निर्वस्तर कर परेड कराई। जब इस लड़की ने एक बस में चढ़कर भागने की कोशिश की तो बस के पैसेंजर्स ने उसे धक्का देकर बाहर गिरा दिया।
रिपोर्टों के मुताबिक, वहां मौजूद जब एक शख्स ने अपने टी-शर्ट से लड़की के नंगे शरीर को ढंकने की कोशिश की तो उसकी भी पिटाई की गई। बाद में भीड़ ने इस कार को आग के हवाले कर दिया।
पीड़िता ने सुनाई आपबीती पीड़िता ने अपने बयान में कहा, ‘उन्होंने मुझे धक्का दिया और मुझे मारा। मैंने एक टीशर्ट पहनी थी। उन्होंने इसे फाड़ दिया और मैं पूरी तरह नंगी हो गई। वे लगातार हमें मार रहे थे और हम जान बचाने के लिए भागे। मैं और मेरे दोस्त वहां से जा रही एक बस में चढ़ें। तब ड्राइवर ने बस आगे नहीं बढ़ाई और बाकी पैसेंजर्स ने हमें बाहर धक्का दे दिया। हम भीड़ की दया पर थे। बाद में हमने किसी तरह नजदीक के दुकानों में शरण लेकर जान बचाई।’
पीड़िता को पुलिस जब मेडिकल टेस्ट के लिए ले जा रही थी तो उसने पत्रकारों से कहा, ‘मेरे साथ जो हुआ है, उसके बाद अब हम अपने आस-पास के हर भारतीय से डरे हुए हैं।’