मुंबई। देश में सबसे मालदार म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन बीएमसी की सत्ता पर काबिज होने के लिए शिवसेना का रास्ता साफ हो गया है। बीजेपी मेयर और डेप्युटी मेयर पद के लिए अपना उम्मीदवार नहीं खड़ा करेगी। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शनिवार को इसकी घोषणा करते हुए कहा कि पार्टी के पार्षद विपक्ष में नहीं बैठेंगे। उन्होंने शिवसेना को समर्थन देने के साथ यह भी ऐलान किया कि पार्टी पारदर्शिता के मुद्दे पर कायम है और जहां जरूरत पड़ी शिवसेना का विरोध भी किया जाएगा। विश्वनाथ महादेश्वर बीएमसी में मेयर और हरेश्वर वर्लिकर डेप्युटी मेयर पद के लिए शिवसेना के उम्मीदवार होंगे।
We will not put up a candidate for Mayor or Deputy Mayor for BMC: Maharashtra CM Devendra Fadnavis pic.twitter.com/vnRJSlDPJ5
We will not be in the opposition,we will support the ruling party but will not compromise on transparency:CM Devendra Fadnavis on BMC pic.twitter.com/hGlsAf3F7c
फडणवीस ने कहा, ‘हमने यह फैसला मुंबई के हित में लिया है। बीजेपी मेयर पद का चुनाव नहीं लड़ेगी, शिवसेना का समर्थन किया जाएगा। पार्टी पारदर्शिता के मुद्दे पर अडिग है। जहां भी इसकी जरूरत होगी, हम आवाज उठाएंगे। हमने चुनाव से पहले ही घोषणा की थी नगर निगम के काम में पार्दर्शिता आनी चाहिए। हम एक समिति का गठन कर रहे हैं जो तीन महीने में यह हमें रिपोर्ट देगी।’ मुख्यमंत्री ने यह भी साफ किया कि राज्य सरकार में शिवसेना उनका समर्थन करती रहेगी। उन्होंने कैबिनेट बैठक का हवाला देते हुए कहा कि शिवसेना कोटे के मंत्री भी इसमें शामिल हुए थे और सर्वसम्मति से सभी निर्णय लिए गए। उन्होंने राज्य सरकार को स्थिर बताया।
227 सदस्यों वाली महानगर पालिका में शिवसेना के 84 पार्षद चुनकर आए हैं, जबकि बीजेपी को 82 सीटों पर जीत मिली है। कांग्रेस के पास 31 सीटें हैं। गौरतलब है कि चुनाव से पहले बीएमसी में बीजेपी और शिवसेना का गठबंधन टूट गया था। चुनाव के दौरान मतभेद चरम पर दिखा। शिवसेना ने राज्य सरकार से अलग होने की भी चुनौती दी थी। दोनों पार्टियों के दोबारा नजदीक आने पर कांग्रेस और एआईएमआईएम ने निशाना साधा है।