
बता दें कि अशोक चौधरी ने बुधवार को केंद्र सरकार की ओर से नोटबंदी के खिलाफ प्रतिबंधित क्षेत्र कारगिल चौक पर कांग्रेस के विरोध मार्च के दौरान कहा कि बिहार में गंठबंधन कांग्रेस के आलाकमान की सहमति से हुआ है। आगे कहा कि यदि आलाकमान की ओर से निर्देश मिलेगा, तो आज भी गंठबंधन टूट सकता है।
इधर, सत्ताधारी महगठबंधन में शामिल जनता दल (युनाइटेड) के महासचिव क़े सी़ त्यागी से जब चौधरी के इस बयान के विषय में पूछा गया तो उन्होंने कहा, “अशोक चौधरी का बयान समझ से परे है. जहां तक नोटबंदी की बात है, तो महागठबंधन में शामिल तीनों दल एक साथ खड़े हैं. सदन में सभी विपक्ष साथ हैं। बताया गया है कि नीतीश को दिये गये मोदी के समर्थन पर न केवल कांग्रेस बल्कि बिहार गठबंधन के अन्य सहयोगी दल भी नीतीश कुमार से नाराज है।