कानपुर। शहर में ट्रेन में लूट, डकैती की वारदातों में हरदिन बढ़ोतरी हो रही है। डकैत ट्रेनों पर हथियार लेकर आराम से चढ़ जाते हैं और वारदात को अंजाम देकर फरार हो जाने में कामयाब हो रहे हैं। ट्रेनों में बड़ी घटनाओं के पीछे लोगों का कहना है कि जीआरपी और आरपीएफ की ढूलमूल रवैया इसका मुख्य कारण है। वहीं रेलमंत्री सुरेश प्रभु भी ट्रेनों में करने वाले यात्रियों की सुरक्षा देने में असमर्थ दिख रहे हैं।
ताजा मामला देर रात कानपुर के आउटर पर देखने को मिला, जहाँ महज आधे से एक घंटे के अंतराल में हथियारबंद बदमाशों ने दो सुपरफास्ट समेत तीन ट्रेनों को अपना निशाना बना कर लूटपाट की। विरोध करने पर कई को जमकर मारा और यात्री लहूलुहान कर दिया।
घायलों को जीआरपी कानपुर ने अस्पताल में भर्ती कराया है। सेन्ट्रल स्टेशन के आउटर पर बीती आधी रात दो सुपरफास्ट व एक लोकल ट्रेन में यात्रियों के साथ हथियारों से लैस बदमाशों ने मारपीट कर लूटपाट की। वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश भाग निकले। ट्रेन जब कानपुर सेन्ट्रल पहुंची तो यात्रियों ने इसकी जानकारी जीआरपी को दी। जिसके बाद तीन घायलों को जीआरपी ने उपचार के लिए अस्पताल पहुँचाया।
बदमाश इन ट्रेनों को बना रहे है अपना निशाना
सबसे पहले बदमाशों ने लखनऊ से मुम्बई जाने वाली लोकमान्य तिलक को अपना निशाना बनाया। बदमाशों ने ट्रेन में सो रहे यात्रियों के साथ लूटपाट की, जिसमें विरोध करने पर यात्री रमा शंकर पाण्डेय को बदमाशों जमकर पीटा। मारपीट से यात्री घायल हो गया। इसके बाद बदमाशों ने वहां से गुजर रही वैशाली एक्सप्रेस को अपना निशाना बनाते हुए जैसे ही आउटर पर ट्रेन रुकी, बदमाश यात्रियों से भरी ट्रेन में चढ़ गए और लूटपाट शुरू कर दी।
वैशाली में सफर कर रहे गोरखपुर के देवी सिंह ने मोर्चा लिया तो बदमाशों ने उन्हें भी नहीं बक्शा और जमकर मारा पीटा, जिसमें यात्री घायल हो गया। इतना ही नहीं बदमाशों को तो जैसे पुलिस का डर ही नही था और उन्होंने उसके बाद लखनऊ-कानपुर पैसेंजर में भी कई यात्रियों के साथ लूटपाट की। जिसमें कई यात्रियों को बदमाशों के कहर भुगतना पड़ा और घायल हो गए। पैसेंजर में सफर कर रहे शुक्लागंज उन्नाव निवासी लाला भी लूट का शिकार हुए और भी घायल हुए है। इस बीच घायलों को जीआरपी ने अस्पताल में भर्ती कराया।

ट्रेनों के सेंट्रल स्टेशन पहुँचने पर एक के बाद एक तीन ट्रेनों में लूट की घटना की जानकारी पर जीआरपी व आरपीएफ पुलिस के हाथ-पांव फूल गए और आनन फानन अफसर से लेकर पुलिस कर्मी आउटर के पास लूट प्वाइंट पर जांच करने पँहुचे। इस बीच आसपास सर्च भी किया, लेकिन तब तक बदमाश पुलिस के दायरे से दूर निकल चुके थे। बदमाशों की तलाश में कई टीमें वारदात को अंजाम देने वाले बदमाशों की धार पकड़ के लिये लगाए गई है।
वंही जीआरपी प्रभारी निरीक्षक श्याम व्रत यादव ने बताया कि तीन ट्रेनों में बदमाशों ने लूटपाट की है। घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वारदात के पीछे आउटर के आसपास बस्तियों में रहने वाले स्थानीय बदमाशों द्वारा घटना को अंजाम देने की बात सामने आ रही है। मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्यवाही की जा रही है और बदमाशों की तलाश की जा रही है।