हैदराबाद। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोरक्षा के नाम पर और अन्य वजहों से दलितों पर हमलों के हालिया वाकयों के मद्देनजर ऐसा करने वालों को साफ-साफ चेतावनी दी है। मोदी ने कहा कि अगर किसी को हमला करना है तो वह उन पर हमला करे और किसी को गोली चलानी है तो उन पर गोली चलाए, लेकिन दलितों पर हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
दलित विरोधियों को चेतावनी
हैदराबाद में एक रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, ‘हमला करना है तो मुझ पर कीजिए, गोली चलानी है तो मुझे पर चलाइए, लेकिन मेरे दलित भाइयों पर हमले बंद होने चाहिए। हमें दलितों को प्रताड़ित करने का हक किसने दिया? समाज की एकता हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। भाषा, जाति और ऊंच-नीच के आधार पर समाज को बांटने नहीं दिया जाएगा।’
पीएम ने कहा, ‘समाज में एकता हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। देश की एकता ही देश की अमानत और भविष्य है।’ दलितों को अपने साथ जोड़ने वाले कदम के तहत मोदी ने कहा कि जब उन्हें अमेरिकी संसद में भाषण देने का मौका मिला तो वहां भी उन्होंने आंबेडकर को याद किया। उन्होंने कहा कि यह सरकार गरीबों, दलितों, पीड़ितों और वंचितों के लिए है।
15 अगस्त को तिरंगा यात्रा
मोदी ने इस दौरान लोगों से आह्वान किया कि वे 15 अगस्त यानी स्वतंत्रता दिवस के दिन तिरंगा यात्रा निकालें। उन्होंने कहा, ‘तेलंगाना के लोग 15 अगस्त से 17 सितंबर तक तिरंगा यात्रा निकालें। इसके अलावा सांसद भी 15 अगस्त को इस तरह की यात्रा निकालें। तिरंगा यात्रा के दौरान ऐसे स्थानों पर जाएं जिनका ऐतिहासिक महत्व हो।’
बुनकरों को सम्मान
मोदी ने इस मौके पर कहा कि हिंदुस्तान के इतिहास में 7 अगस्त का विशेष महत्व है क्योंकि इस दिन को हमने हैंडलूम दिवस के रूप में मनाना शुरू किया। इसके साथ ही उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद सभी कार्यकर्ताओं से फ्लैश लाइट जलाकर बुनकरों को प्रतीकात्मक सम्मान देने के लिए कहा।