नई दिल्ली। गुजरात में खूंखार आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट के दो संदिग्ध सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। राज्य की एटीएस ने इन्हें देश में आतंकी हमलों की साजिश रचने के आरोप में अरेस्ट किया है। ये दोनों आतंकी अकेले ही हमला करने की फिराक में थे। एटीएस के मुताबिक ये दोनों संदिग्ध गुजरात के पटाखा मैन्युफैक्चरर्स से केमिकल विस्फोटक एकत्र करने की योजना बना रहे थे। वसीम और नाथिन नाम के इन दो भाइयों को एटीएस ने क्रमश: राजकोट और भावनगर से अरेस्ट किया गया है। एटीएस की ओर से लॉन्च किए गए सर्च ऑपरेशन में इन दोनों को अरेस्ट किया गया है।
Gujarat ATS have arrested two persons from Rajkot and Bhavnagar for alleged links with ISIS.
Person arrested by Gujarat ATS from Rajkot. Joint CP of Crime Branch, IK Bhatt says they were planning ‘lone wolf’ attacks. pic.twitter.com/JN1hCZDCcb
इसी महीने की शुरुआकत में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने केरल से एक शख्स को इस्लामिक स्टेट से संपर्क रखने के आरोप में अरेस्ट किया था। इससे पहले पिछले साल राजस्थान एटीएस ने सीकर जिले से कथित आईएस ऑपरेटिव को अरेस्ट किया था। इस शख्स पर आईएस के लिए दुबई से फंडिंग जुटाने का आरोप था। इस बीच आईएस के कब्जे से छुड़ाए गए भारतीय डॉक्टर के. राममूर्ति ने कहा है कि इस्लामिक स्टेट भारत के शैक्षणिक और आर्थिक विकास पर नजर रख रहा है।
आईएस के खौफ से आजाद हुए डॉक्टर ने बताया कि आतंकी संगठन भारत में अपनी जहरीली विचारधारा को फैलाना चाहता है। 14 फरवरी को इस्लामिक स्टेट के चंगुल से आजाद हुए राममूर्ति ने बताया, ‘इस आतंकी संगठन से शिक्षित युवा भी जुड़ रहे हैं और इन ये भारत की ग्रोथ के बारे में पूरी जानकारी रखते हैं।’
राममूर्ति के मुताबिक, ‘आईएस से जुड़े ये लोग शिक्षित युवा है और ये भारत के बारे में काफी कुछ जानते हैं। इन्हें पता है कि भारत एजुकेशन और इकॉनमी के सेक्टर में किस तरह से ग्रोथ कर रहा है। वह भारत में अपनी विचारधारा को फैलाना चाहते हैं। मैंने उनके बीच रहकर समझा कि वह भारत समेत पूरी दुनिया में अपने प्रॉपेगेंडा को फैलाना चाहते हैं।’