लखनऊ। बीएसपी के राष्ट्रीय महासचिव नसीमुद्दीन सिद्दीकी को लेकर पार्टी के कार्यकर्ताओं में काफी नाराजगी है। एक तरफ तो कार्यकर्ताओं और कोऑर्डिनेटरों ने सिद्दीकी पर आरोप लगाया है कि वो आगामी विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी की तरफ से कमजोर उम्मीदवारों को उतार रहे हैं।
तो वहीं कई जोनल कोआर्डिनेटरों का कहना है वर्तमान में लोग कानून-व्यवस्था को लेकर अखिलेश सरकार से नाराज हैं। जिसका लाभ बीएसपी को मिलना तय माना जा रहा है। लेकिन कमजोर प्रत्याशी उतारे जाएंगे तो बसपा की हार निश्चित है।
ऐसे में गठबंधन सरकार बनने की स्थिति में नसीमुद्दीन का नाम आगे किया जा सके और मायावती को केंद्र की राजनीति में भेजने का रास्ता साफ हो। पार्टी के अंदरखाने इस तरह की साजिश रची जा रही है। एक कोआर्डिनेटर ने बताया कि वह समय-समय पर बीएसपी सुप्रीमो को सीधे रिपोर्ट कर कोआर्डिनेटरों की शिकायत करते हैं। इसी डर से कोआर्डिनेटर मायावती के सामने सच नहीं रख पा रहे हैं।