मऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार सोमवार को मऊ में गरजेंगे। लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान भी मऊ नहीं आए मोदी इस बार पूर्वांचल को अपने तरीके से मथने की कड़ी में दोपहर ढाई बजे जनसभा करेंगे। पीएम मोदी की जनसभा से पहले रविवार को आतंकी हमले को लेकर खुफिया रिपोर्ट पर सनसनी फैल गई। हालांकि बाद में आजमगढ़ के डीआईजी यूएस जायसवाल ने इसे जनरल अलर्ट बताया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मऊ जिला मुख्यालय से 3 किलोमीटर दूर गोरखपुर-वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग से कुछ मीटर की दूरी पर ऑफिसर्स कॉलोनी में चुनावी जनसभा को सम्बोधित करेंगे। पहले यह सभा घोसी के माऊर बोझ में होनी थी। वहां बीजेपी जिलाध्यक्ष के साथ कार्यकर्ताओं ने भूमि पूजन आदि भी कर लिया था। बीजेपी का शीर्ष नेतृत्व कार्यक्रम को जनपद मुख्यालय पर कराना चाहता था। जिससे आसपास के 9 विधानसभा सीटों से आने बाले कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को एक साथ संबोधित किया जा सके।
इससे पहले रविवार को न्यूज एजेंसी एनएनआई ने मऊ के एएसपी आरके सिंह के हवाले से खबर दी कि गुजरात के पूर्व गृह मंत्री हरेन पांड्या की हत्या का आरोपी रसूल पाटी पीएम पर हमले का प्लान बना रहा है। रसूल पाटी और उसके दो सहयोगी पीएम के काफिले पर हमला करने की साजिश रच रहे हैं। उन्होंने कहा कि खुफिया एजेंसियों की सूचना पर रैली की सुरक्षा काफी सख्त कर दी गई है। हालांकि, शाम को आरके सिंह ने भी इसे खारिज कर दिया। डीआईजी ने कहा कि जनरल अलर्ट सूचना के आधार पर अधिकारियों को अलर्ट किया गया था। वीवीआईपी की सुरक्षा के दौरान अधिकारियों को अलर्ट पर रखा जाता है।