अलवर। नोटबंदी के बीच राजस्थान के अलवर में बड़ा घोटाला समाने आया है। करीब सवा 5 करोड़ इस घोटाले का खुलासा उस वक्त हुआ जब 19 नवंबर को अलवर पुलिस ने तीन गाडिय़ों से 1 करोड़ लाख 32 लाख रुपये बरामद कर 12 लोगों को हिरासत में लिया था। इसी के बाद जांच के दौरान ये घोटाला सामने आया।
अलवर अरबन कोऑपरेटिव बैंक के गिरफ्तार ब्रांच मैनेजर दीपक कुमार तांती ने रिमांड अवधि के दौरान 5.25 करोड़ रुपए के गबन का खुलासा किया है। अलवर पुलिस के मुताबिक आरोपी ब्रांच मैनेजर तांती से पूछताछ कई अहम खुलासे किए हैं। अगस्त सितंबर माह में चेयरमैन ने कोआपरेटिव बैंक के खाते से 5.25 करोड़ रुपए निकाले। इनका कोई हिसाब नहीं है। पुलिस के मुताबिक यह सारी रकम एसबीबीजे बैंक से निकलवाई गई।
दरअसल एसबीबीजे में कोआपरेटिव बैंक का खाता भी है। गिरफ्तार मैनेजर ने यह भी स्वीकार किया कि 4.50 करोड़ रुपए सेल्फ चेक के जरिए और 25 लाख रुपए चेक के जरिए निकाले। इस चेक पर मेरे स्वयं के और चेयरमैन मृदुल जोशी के साइन थे। इसके अलावा 50 लाख आरटीजीएस भी इन लोगों ने करवाई। इन पैसों को लेकर अभिषेक मृदुल चले गए। चेक से निकाली गई राशि को मैने बैंक के रिकॉर्ड में दर्ज नहीं किया।
इसका इंद्राज मैने चेयरमैन के दबाव में अरबन कोऑपरेटिव बैंक के खाते में कहीं इंद्राज नहीं किया। एएसपी जैन ने बताया कि चेयरमैन मृदुल जोशी, उपाध्यक्ष अशोक जोशी, सुमन जोशी, अभिषेक जोशी, उमा, मानसी, नेहा सहित बैंक अधिकारी महेश मुदगल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने मिलकर गबन किया।
पुलिस ने बताया कि आरोपी बैंक मैनेजर तांती का कहना है कि 18 नवंबर को उसने अरबन कोऑपरेटिव बैंक की चेस्ट ब्रांच एसबीबीजे से 5.50 लाख रुपए निकलवाएं थे। जबकि 19 नवंबर को एसबीआई बैंक आर्य नगर अलवर से 15 लाख रुपए चैक से निकाल कर लाया था। चेक पर उसके चेयरमैन मृदुल जोशी के हस्ताक्षर थे। तांती ने बताया कि 19 नवंबर को अभिषेक जोशी ने उसके पास फोन कर कहा कि जो 15 लाख रुपए बैंक से निकलवाकर लाए हो उसमें से 10 लाख रुपए मम्मी सुमोना को दे दो और उसके बदले 1000 500 रुपए के नोट ले लो।
इसके बाद सुमोना ने उसे 500-500 रुपए के दो बंडल दिए और इसके बाद वरुणा नंद नाम का व्यक्ति बैंक में आकर 50 रुपए के नोट वाले 10 लाख रुपए ले गया। शेष 5 लाख रुपए उसने बैंक में जमा करवा दिए तथा उसने बैंक के कैश में पूरे 15 लाख रुपए दर्शाए। इसके वह 19 नवंबर को बैंक पहुंचा और शाम 7.30 बजे वह चेयरमैन मृदुल जोशी की मम्मी सुमोना से मिला। जिसने उसे एक बैग दिया और बैग को अपने पास रखने की बात कही। जिसमें अलवर कोऑपरेटिव बैंक के चैक बुक, कागजात, मुहर, उपभोक्ताओं की फोटो सहित अन्य बैंकों के खाली चैक बुक रखी हुई थी।