न्यू यॉर्क। अमेरिका के कैंजस में भारतीय इंजिनियर की हत्या से भारत अभी तक नहीं उबर सका है कि एक और ऐसा ही मामला सामने आया है। मीडिया खबरों के मुताबिक, भारतीय मूल के एक कारोबारी की साउथ केरलाइना स्थित उनके घर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह घटना गुरुवार रात की है। हरनिश पटेल ने रात करीब 11.24 बजे अपनी दुकान बंद की और घर के लिए निकल गए। इसके 10 मिनट बाद ही लैंकैस्टर में घर से कुछ ही फुट दूर किसी ने गोली मारकर हरनिश की हत्या कर दी।
गुरुवार रात एक महिला ने फोन कर पुलिस को इस घटना की जानकारी दी। महिला ने पुलिस को बताया कि उसने चीखने की और गोलियां चलने की आवाज सुनी है। पुलिस जब घटनास्थल पर पहुंची, तो उसने हरनिश को उनके घर से कुछ ही फुट की दूरी पर मृत पाया। हरनिश की हत्या करने वालों को पुलिस अभी तक नहीं खोज पाई है। मामले की जांच चल रही है।
स्थानीय मीडिया के मुताबिक, हरनिश की हत्या को लेकर लैंकैस्टर के लोगों में काफी नाराजगी है। हरनिश की दुकान शहर के शेरिफ दफ्तर के पास ही थी। उनके परिवार में अब उनकी पत्नी और एक छोटा बच्चा है। हरनिश को श्रद्धांजलि देने के लिए लोग उनकी दुकान के बाहर बलून्स और फूल छोड़कर जा रहे हैं। इनमें भारतीय मूल के लोगों के अलावा बड़ी संख्या में अमेरिकी भी शामिल हैं। दुकान पर एक पोस्टर भी लटका है जिसपर लिखा है, ‘परिवार में आपातकालीन स्थिति के कारण यह दुकान कुछ दिनों के लिए बंद है। असुविधा के लिए खेद है।’
इसी हफ्ते अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने ‘हेट क्राइम्स’ की निंदा करते हुए भारतीय इंजिनियर श्रनिवास कूचिभोतला की हत्या पर खेद जताया था। ट्रंप ने हाल के दिनों में यहूदी केंद्रों पर हुए हमलों की भी आलोचना की थी। पुलिस हरनिश पटेल की हत्या की जांच कर रही है। स्थानीय अधिकारियों ने कहा है कि यह नस्लीय नफरत के कारण हुई हिंसा का मामला नहीं लग रहा है। काउंटी प्रमुख बैरी फेले ने कहा, ‘इसे नस्लीय भावना से जुड़ा मामला मानने की मेरे पास कोई वजह नहीं है।’
22 फरवरी को कैंजस में एक श्वेत अमेरिकी नागरिक ने बार में बहस होने के बाद श्रीनिवास और उनके दोस्त आलोक मदासानी को गोली मार दी थी। इस हादसे में श्रीनिवास मारे गए। आरोपी ने दोनों को ‘आतंकवादी’ भी कहा था। गोली चलाते हुए आतंकी ने श्रीनिवास और आलोक को अमेरिका से बाहर चले जाने को भी कहा था। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। भारत और अमेरिका, दोनों ही देशों में इस वारदात की काफी निंदा हुई।
न्यू यॉर्क में रहने वाली एक भारतीय युवती एकता देसाई ने भी एक फेसबुक पोस्ट में अपने साथ ट्रेन यात्रा के दौरान नस्लीय दुर्व्यवहार होने की शिकायत की है। एकता ने एक विडियो भी पोस्ट किया, जिसमें एक अश्वेत अमेरिकी नागरिक उन्हें नस्लीय गालियां देता हुए दिख रहा है। जिस समय यह घटना हुई, उस समय ट्रेन में कई लोग मौजूद थे, लेकिन कोई भी एकता की मदद के लिए सामने नहीं आया। एकता का यह पोस्ट सोशल मीडिया पर बहुत वायरल हुआ है।