वॉशिंगटन। परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) में भारत की एंट्री की उम्मीदों पर पानी फिरने के बाद अमेरिका ने एक तरह से भारत को दिलासा दिया है। उसका कहना है कि इस मामले में आगे का एक रास्ता है और भारत इस साल के आखिर तक एनएसजी का पूर्ण सदस्य बन सकता है।
ओबामा प्रशासन के एक टॉप अधिकारी ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा, ‘हम इस बात को लेकर आश्वस्त हैं कि हमारे पास इस साल के अंत तक आगे का एक रास्ता है। इस पर थोड़ा काम करने की जरूरत है। लेकिन हम आश्वस्त हैं कि इस साल के आखिर तक भारत एनएसजी का एक पूर्ण सदस्य बन जाएगा।’
सोल में एनएसजी की बैठक में भारत को शामिल करने या नहीं करने को लेकर क्या बात हुई और किस तरह इसका विरोध किया गया, इस बारे में पूछे जाने पर इस अधिकारी ने कुछ नहीं बताया। उन्होंने कहा कि अंदरूनी बातचीत को सार्वजनिक नहीं किया जा सकता। हालांकि उन्होंने कहा कि अमेरिका मजबूती से ऐसा मानता है कि एनएसजी में भारत को एंट्री मिलनी चाहिए और इस मुद्दे पर ओबामा प्रशासन ने नई दिल्ली और बाकी देशों के साथ काफी नजदीकी से काम किया है।
इस अधिकारी ने कहा, ‘भारत जो भूमिका निभाता आया है और भविष्य में उसकी भूमिका को लेकर हम बातचीत की उम्मीद रखते हैं। हम इस हफ्ते इस बारे में बातचीत खत्म करने वाले हैं और हमारे पास भविष्य का एक रास्ता है जिससे इस साल के आखिर तक भारत एनएसजी का मेंबर बन सकता है।’
जब इस अधिकारी से पूछा गया कि क्या अमेरिका आशा करता है कि भारत इस साल के आखिर तक एनएसजी का मेंबर बन जाएगा तो उन्होंने, ‘हम ऐसी उम्मीद करते हैं। हमारी उम्मीद है कि यह इस साल के आखिर तक पूरा हो जाएगा।’