सरकार की आलोचना करें, पर देश को गाली ना दें: रिजिजू
नई दिल्ली। रामजस कॉलेज हिंसा और गुरमेहर कौर विवाद को लेकर सरकार और विपक्ष में टकराव बढ़ रहा है। एक तरफ कांग्रेस ने हिंसा के लिए संघ और मोदी सरकार को जिम्मेदार बताया तो सरकार ने साफ किया कि अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर राष्ट्रविरोधी नारेबाजी नहीं की जा सकती। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरेन रिजिजू ने सोमवार को ट्वीट कर कहा, \’अभिव्यक्ति की आजादी का मतलब कैंपस में राष्ट्रविरोधी नारेबाजी का लाइसेंस नहीं है। सरकार की आलोचना करें, लेकिन मातृभूमि को गाली ना दें।’ उधर, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘भय और अत्याचार के खिलाफ हम अपने छात्रों के साथ खड़े हैं, असहिष्णुता और अन्याय के खिलाफ उठी हर आवाज में गुरमेहर कौर होगी।’
Freedom of expression is not a licence to shout anti-national slogans in campuses. Criticise the govt but don’t abuse the motherland. https://twitter.com/JagranNews/status/836105112061792259 …
डीयू विवाद पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा, ‘कुछ लोग यूनिवर्सिटीज को ‘अलगाववाद की प्रयोगशाला’ बनाना चाहते हैं। असहमति का स्वागत है, लेकिन अलगाववाद को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। दूसरों की भावनाओं को आहत करना अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता में शामिल नहीं है। कैंपसों में जाकर राजनीति की जा रही है और छात्रों को भड़काया जा रहा है, यह बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है।’ नायडू ने कहा, ‘अलगाववाद का समर्थन कोई कैसे कर सकता है? जम्मू-कश्मीर की आजादी के नारे कैसे लगाने दिए जा सकते हैं? जिन लोगों ने आपातकाल लागू किया, जिन लोगों ने मीडिया पर सेंसर लगाया और जिन लोगों ने सुप्रीम कोर्ट की शक्ति घटाने की कोशिश की, वे हमें प्रवचन दे रहे हैं।’
किरेन रिजिजू ने गुरमेहर कौर पर भी निशाना साधा। पत्रकार बरखा दत्त के एक ट्वीट को रीट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा, ‘सभी को अपना विचार रखने का अधिकार है, लेकिन उसने (गुरमेहर) ने कहा कि पाकिस्तान ने हमारे वीर शहीदों को नहीं मारा और भारत को युद्ध का त्याग करना चाहिए। भारत ने कभी हिंसा का पाप नहीं किया।’ उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘कुछ लोग कह रहे हैं कि उन्हें भारत में आजादी चाहिए। जरा उन लोगों को सुनिए जो पड़ोसी देशों में अत्याचार से तंग आकर भारत में रह रहे हैं।’
Everyone has right of views but she said Pakistan didn’t kill our brave martyr & India should shun war. India never perpetrated violence! https://twitter.com/BDUTT/status/836093858282881024 …
रिजिजू ने इस बात पर हैरानी जताई कि अखिल एबीवीपी के खिलाफ सोशल मीडिया पर अभियान शुरू करने वाली डीयू की स्टूडेंट को कौन भ्रमित कर रहा है? कारगिल युद्ध में शहीद जवान की बेटी और लेडी श्रीराम कॉलेज की स्टूडेंट गुरमेहर कौर ने रामजस कॉलेज में हुई हिंसा के बाद एबीवीपी के खिलाफ सोशल मीडिया पर अभियान शुरू किया है। विपक्षी पार्टियों कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) ने इस मुद्दे पर सत्तारूढ़ बीजेपी पर निशाना साधा है।
कौर ने फेसबुक पर एक तस्वीर साझा करते हुए कहा, ‘मैं डीयू की स्टूडेंट हूं। मैं एबीवीपी से नहीं डरती। मैं अकेली नहीं हूं। देश का हर छात्र मेरे साथ है।’ इसके बाद कौर को राष्ट्र विरोधी बताते हुए सोशल मीडिया पर उसके साथ रेप और जान से मारने की धमकियां मिलीं। कौर के अभियान पर प्रतिक्रिया देते हुए रिजिजू ने कहा,‘इस युवा छात्रा का दिमाग कौन खराब कर रहा है?’ रिजिजू ने इसी ट्वीट में कहा, ‘एक मजबूत सेना किसी युद्ध को रोकती है। भारत ने कभी भी किसी देश पर हमला नहीं किया, लेकिन कमजोर भारत पर हमेशा हमला हुआ।’
कांग्रेस ने रिजिजू पर निशाना साधते हुए सत्ताधारी बीजेपी को पितृसत्तात्मक बताया। कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा, ‘जब एक महिला स्वतंत्र रूप से सोचती है, तो पितृसत्तात्मक बीजेपी समझती है कि उसका दिमाग दूषित हो गया है। जब कोई शख्स शांति चाहता है तो बीजेपी उसे नफरत देती है।’ आम आदमी पार्टी (आप) ने कौर को सोशल मीडिया पर मिलने वाली धमकियों की निंदा नहीं करने पर बीजेपी को लताड़ा।
आप नेता आशुतोष ने ट्वीट कर कहा, ‘एक लड़की को उसके साथ रेप करने की सोशल मीडिया पर धमकी दी जाती है। बीजेपी और आरएसएस का एक भी नेता इसे गलत नहीं कहता और न ही निंदा करता है, क्यों?’ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसी मुद्दे पर रविवार रात बीजेपी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि अब बीजेपी गुंडों और अपराधियों की पार्टी बन गई है। केजरीवाल ने कौर की इस व्यथा को बताने वाला विडियो साझा करते हुए कहा, ‘इसे सुनें। यह बीजेपी है। ये लोग हमारे देश को बर्बाद कर देंगे। सभी को इस गुंडई के खिलाफ एकजुट होना चाहिए। रेप की धमकी देकर हमारी बेटियों और बहनों को डराना, क्या यही बीजेपी की देशभक्ति है? इन लोगों को शर्म आनी चाहिए।’
कौर ने सोशल मीडिया पर पोस्टर भी साझा किया है। पोस्टर पर लिखा था, ‘पाकिस्तान ने मेरे पिता को नहीं मारा। युद्ध ने मारा।’ क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग ने इस बयान पर टिप्पणी करते हुए ट्वीट किया, ‘मैंने दोहरे शतक नहीं लगाए हैं, बल्कि मेरे बल्ले ने लगाए हैं।’ गौरतलब है कि 22 फरवरी को दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस कॉलेज में आयोजित होने वाली एक संगोष्ठी में जेएनयू के छात्र उमर खालिद को आमंत्रित किए जाने की जानकारी के बाद एबीवीपी के सदस्यों ने उस संगोष्ठी को नहीं होने दिया था। इसके बाद विभिन्न छात्र संगठनों के बीच झड़प हुई थी।