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हिमस्खलन में जिंदा बचे सैनिक हनमनथप्पा कोमा में, अगले 48 घंटे अहम

hanmanनई दिल्ली। सियाचिन में बर्फ के नीचे से छह दिन बाद चमत्कारिक ढंग से जीवित मिले लांस नायक हनमनथप्पा की हालत बेहद नाजुक है। दिल्ली के आरआर हॉस्पिटल में उनका इलाज कर रहे डॉक्टरों के मुताबिक वह कोमा में हैं और अगले 48 घंटे बेहद अहम हैं। डॉक्टरों का कहना है कि थापा के शरीर के अंग तो काम कर रहे हैं लेकिन वह कोमा में हैं।

डॉक्टरों के मुताबिक हनमनथप्पा के शरीर पर कोई बाहरी चोट नहीं है। उनका दिल और फेफड़े ठीक से काम कर रहे हैं। लेकिन छह दिन तक बर्फ में दबे रहने से उनके किडनी और लीवर को काफी नुकसान हुआ है।

कोमा में गए हनमनथप्पा के लिए अगले 48 घंटे अहम माने जा रहे हैं। डॉक्टर उनकी हालत पर बेहद नजदीकी से नजर रखे हुए हैं। डॉक्टरों के मुताबिक अगर हनमनथप्पा ये 48 घंटे निकाल लेते हैं और उनके स्वास्थ्य में अपेक्षित सुधार होता है तो वह सामान्य जिंदगी जी सकते हैं।
मोदी ने जाना हनमनथप्पा का हाल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हनमनथप्पा का हालचाल जानने दिल्ली स्थित आरआर हॉस्पिटल पहुंचे। थापा को मंगलवार को ही दिल्ली लाया गया है।

पीएमओ इंडिया के ट्विटर हैंडल पर इस बारे में जानकारी देते हुए पीएम मोदी ने लिखा, ‘लांस नायक हनमनथप्पा की बहादुरी और अदम्य जज्बे को बताने के लिए कोई शब्द काफी नहीं है। वह महान सैनिक हैं।’

एक अन्य ट्वीट में पीएम ने लिखा, ‘डॉक्टरों की टीम लांस नायक हनमनथप्पा का इलाज कर रही है। हम सब बेहतर की उम्मीद और प्रार्थना कर रहे हैं।’

मालूम हो कि पाकिस्तान से सटी नियंत्रण रेखा के पास 19,600 फुट की उंचाई पर स्थित चौकी के हिमस्खलन की चपेट में आ जाने के बाद हनमनथप्पा 25 फुट मोटी बर्फ के नीचे दब गए थे। मूल रूप से कर्नाटक के निवासी हनमनथप्पा को सोमवार को बर्फ से बाहर निकाला गया।

नॉदर्न आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल डी. एस. हुड्डा के मुताबिक, चौकी पर तैनात एक जूनियर कमिशंड अधिकारी और मद्रास रेजिमेंट रैंक के आठ अन्य सहित कुल नौ सैनिकों की मौत हो गई है। उन्होंने बताया, ‘अब तक पांच शव बरामद किए गए हैं और चार शवों की पहचान हो गई है।’