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साइकल पर बढ़ी ‘टक्कर’ मुलायम-अखिलेश जाएंगे EC

लखनऊ। दो फाड़ हो चुकी समाजवादी पार्टी में अब उसके चुनाव चिह्न पर ‘कब्जे’ की जंग शुरू होने वाली है। मुलायम और अखिलेश गुट दोनों ही साइकल चुनाव चिह्न पर दावा जता रहे हैं। दोनों ही गुट साइकल पर अपनी दावेदारी को लेकर सोमवार को चुनाव आयोग जाएंगे। चुनाव आयोग में खुद मुलायम सिंह यादव जाएंगे। उनके साथ शिवपाल यादव और अमर सिंह भी रहेंगे।  इससे जाहिर है कि अब झगड़ा इस कदर बढ़ चुका है कि सुलह के करीब-करीब सारे रास्ते बंद हो चुके हैं।

अखिलेश यादव ने रविवार को लखनऊ के जनेश्वर मिश्र पार्क में हुए अधिवेशन में लिए गए फैसले का बचाव किया है। उन्होंने ट्वीट कर बताया कि पार्टी को बचाने के लिए कड़े कदम जरूरी थे। अखिलेश ने लिखा, ‘कभी-कभी जिसे आप प्यार करते हैं उनकी सुरक्षा के लिए सही फैसले लेने जरूरी होते हैं। मैंने आज जो कुछ भी किया वह कड़ा फैसला था लेकिन इसके अलावा मेरे पास कोई चारा नहीं था।’

इस बीच राज्यसभा सांसद नरेश अग्रवाल ने पार्टी से अपने निष्कासन को असंवैधानिक बताया है। उन्होंने कहा कि मुलायम सिंह यादव के पास मेरे निष्कासन का अधिकार नहीं हैं, क्योंकि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश हैं। नरेश अग्रवाल ने आरोप लगाया कि अमर सिंह और शिवपाल ने नेताजी पर कब्जा कर लिया है। उन्होंने कहा कि नेताजी सही ढंग से सोच नहीं पा रहे और शुभचिंतकों को पहचान नहीं पा रहे हैं।

नरेश अग्रवाल ने यहां तक कह दिया कि नेताजी के नाम पर वह नेता नहीं हैं। उन्होंने कहा कि अमर सिंह बीजेपी के एजेंट हैं और यह सब अखिलेश को कमजोर करने की बीजेपी की चाल है।

गौरतलब है कि अखिलेश गुट की तरफ से रविवार को बुलाए गए समाजवादी पार्टी के आपातकालीन राष्ट्रीय अधिवेशन में सर्वसम्मति से अखिलेश यादव को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव पास हुआ। सम्मेलन में मुलायम को एसपी का मार्गदर्शक घोषित किया गया। इसके अलावा शिवपाल को प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाने और अमर सिंह को पार्टी से निकालने का भी प्रस्ताव पास हुआ। इसके ठीक बाद मुलायम सिंह यादव ने बयान देकर अधिवेशन को असंवैधानिक बताते हुए इसकी निंदा की। मुलायम ने रामगोपाल को अधिवेशन का कर्ता-धर्ता बताते हुए उन्हें एक बार फिर से पार्टी से निष्कासित कर दिया। इसके अलावा पार्टी के उपाध्यक्ष किरणमय नंदा और नरेश अग्रवाल को भी पार्टी से बाहर निकालने का ऐलान किया। नंदा ने ही अधिवेशन की अध्यक्षता की थी जिसमें नरेश अग्रवाल भी शामिल हुए थे।