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संसद में बहे थे योगी आदित्यनाथ के आंसू ?

 क्या आप इस बात पर यकीन करेंगे कि उत्तर प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी कभी खुलेआम रोए होंगे. आप भले ही इस बात पर भरोसा ना करें, लेकिन ऐसा हुआ था, वो भी लोकसभा के अंदर. यह बात तब की है जब उत्तर प्रदेश में मुलायम सिंह यादव का शासन हुआ करता था और केंद्र में मनमोहन सिंह थे. तब बहे थे योगी आदित्यनाथ के आंसू

तब अपनी बात रखने के लिये योगी आदित्यनाथ ने लोकसभा अध्यक्ष से विशेष अनुमति ली थी लेकिन जब वे अपनी बात रखने के लिए खड़े हुए तो फूट-फूट कर रोने लगे. कुछ देर तक तो वे अपनी इस रुलाई के चलते कुछ बोल ही नहीं पाए और जब बोले तो कहा कि उत्तरप्रदेश की समाजवादी पार्टी की सरकार उनके ख़िलाफ़ षडयंत्र कर रही है और उन्हें जान का ख़तरा है. बगल में बैठे साथी रूमाल निकालकर उनके आँसू पोंछ रहे थे और लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी उन्हें आश्वासन दे रहे थे कि वे अपनी बात कहें.

पुलिस बर्बरता पर रो पड़े योगी

योगी आदित्यनाथ लोकसभा में यूपी पुलिस की बर्बरता के बारे में बताते हुए रो पड़े थे. साल 2007 में लोकसभा अध्यक्ष के सामने अपनी बात रखते हुए योगी आदित्यनाथ फूट-फूटकर रोने लेगे थे. उन्होंने आरोप लगाया था कि सपा सरकार उन्हें निशाने पर लेकर पुलिस के जरिए तंग करा रही है. उत्तरप्रदेश की समाजवादी पार्टी की सरकार उनके खिलाफ षडयंत्र कर रही है और उन्हें जान का खतरा है. गोरखपुर जाते हुए उन्हें शांतिभंग करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया और उन्हें उस मामले में 11 दिन जेल में रखा गया.

योगी आदित्यनाथ अपने तेजतर्रार स्वभाव के लिए जाने जाते हैं और संसद में अक्सर उनकी आवाज़ बुलंद ही होती है. लेकिन उस दिन जब वे खड़े हुए तो वे बोल नहीं पाए और उनकी आंखों से आंसू निकल पड़े. इस दौरान बगल में बैठे उनके साथी रूमाल निकालकर उनके आँसू पोंछ रहे थे. 27 जनवरी 2006 को दो समुदायों में झड़प के बाद गोरखपुर में तनाव था. जिसके बाद भाजपा सांसद आदित्यनाथ को गोरखपुर जाते हुए गिरफ्तार किया गया तो इसके बाद उनके समर्थकों ने हिंसा और तोड़फोड़ शुरु कर दी थी इसके बाद आसपास के ज़िलों में तनाव फैल गया था.