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शाह ने जान लिया माया के तिलस्म का राज , मायावती के जूते पोछने वाला सिक्योरिटी अफसर बीजेपी में शामिल

shah_padamलखनऊ। बसपा सुप्रीमो मायावती की जादूगिरी से तैयार तिलस्म का राज अब उनके अपने चहेते भी जान गए हैं. जिसके चलते उनके तिलस्म में जादू से कैद किये गए उनके अपने अब उनसे आज़ाद होते जा रहे हैं. जिसके चलते  मायावती के तिलस्म के जादू की काट अब उनके उन सभी सिपहसालार जान चुके हैं. जिनकी दम पर यूपी के सियासी अखाड़े में वह बड़े-बड़े धुरंदरों के छक्के छुड़ा देती थीं.

पहली बार मायावती का तिलस्म इस बार 2017 के विधानसभा चुनाव से ठीक पहले जैसे टूटा है. उससे यह बात साफ है कि मायावती के तिलस्म का राज बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने उनके पिंजरे में बंद टोटे का राज जान लिया है. जिसके चलते पहले उनके मुंहबोले भाई स्वामी प्रसाद मौर्या, फिर उनके विशेष राजनीतिक सलाहकार बृजेश पाठक और अब उनके सबसे खासमखास पदम सिंह ने भी उनका दमन छोड़कर बीजेपी के अमित शाह का हाथ थाम लिया है.

एक नहीं दो नहीं, बाबा पूरे तीस साल तक मायावती के सिक्योरिटी इन्चार्ज रहे पद्म सिंह आज बीजेपी में शामिल हो गए हैं. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में उन्होंने पार्टी की सदस्यता ली. सूत्रों के मुताबिक पहली बार यूपी में बसपा की सरकार बनने के बाद पदम सिंह बहनजी की सिक्योरिटी में एक दरोगा के रूप में उनसे मिले थे. जिसके बाद से वह बहनजी की सुरक्षा का चाकचौबन्ध उन्हीं के हाथों सौंपा गया था. यही नहीं लंबे समय से बहनजी की खिजमत में लगे पदम सिंह को सीएम रहते हुए भी मायावती के बहुत करीबी रहे. उनको नौकरी में पदोन्नति भी मायावती ने दी और उन्हें डिप्टी एसपी भी बना दिया था.

बसपा के सूत्रों के मुताबिक पदम सिंह पर बहनजी बहुत भरोसा करतीं थीं. इतना ही नहीं यह वही पदम सिंह हैं, जिन्हें पहली बार सरकार बनने पर कांशीराम ने मायावती के सिक्योरिटी की जिम्मेदारी का काम सौंपा था. बताया जाता है कि मायावती कि सिक्योरिटी में तैनात पदम सिंह मीडिया की सुर्ख़ियों में अचानक उस समय आ गए जब यूपी के औरिया में 9 फ़रवरी 2011 को एक सभा के दौरान जब उनकी नजर बहनजी की सैंडिल पर पड़ी तो वह झुककर उसे साफ करने लगे थे. मीडिया के जरिये उनकी यह तस्वीर वायरल हो गयी थी.

इसके बाद से लोग पदम सिंह को जान गए थे. हालांकि मायावती का साथ उन्होंने नौकरी से सेवानिवृत्त होने के बाद भी नहीं छोड़ा था, लेकिन पिछले कुछ महीने से मायावती उनसे किसी बात को लेकर नराज हो गयीं थीं, जिसको लेकर वह बहनजी से कुछ कटे-कटे से रहने लगे थे. फिलहाल उन्होंने भी आज बहनजी का साथ छोड़कर बीजेपी का दामन पकड़ लिया है. सूत्रों के मुताबिक पदम सिंह के बीजेपी में शामिल हो जाने से मायावती को बहुत बड़ा झटका लगा है. बहरहाल मायावती को भी मालूम है कि साल 2007 के बाद से उन्होंने कोई चुनाव नहीं जीता है.