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शराबबंदी के बाद बिहार से ज्यादा एथेनॉल खरीदेंगी तेल कंपनियां

Nitish-Modi• बिहार में अप्रैल महीने से शराब की बिक्री और उपयोग पर पाबंदी लगी है
• केंद्र सरकार का बिहार के शराब कारखानों से एथेनॉल खरीद का निर्देश
• पेट्रोलियम मंत्रालय का सभी सरकारी ऑइल मार्केटिंग कंपनियों को निर्देश
• 21 राज्यों, 4 केंद्र शासित क्षेत्रों में 5% एथेनॉल मिश्रित पेट्रोल बेचा जाता है

www.puriduniya.com नई दिल्ली। बिहार में शराब की बिक्री पर पाबंदी के बाद केंद्र सरकार ने सरकारी तेल कंपनियों से पेट्रोल में मिलाने के लिए राज्य के शराब कारखानों से ज्यादा-से-ज्यादा एथेनॉल खरीदने के लिए कहा है। अप्रैल की शुरुआत में बिहार में शराब पर प्रतिबंध लगने के बाद पेट्रोलियम मंत्रालय ने इंडियन ऑइल कॉर्पोरेशन, भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड, हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरशन लिमिटेड से कहा था कि बिहार के शराब कारखानों से उत्पादित होने वाले ज्यादा-से-ज्यादा संपूर्ण एथेनॉल की खरीददारी करें।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इस संबंध में बिहार सरकार के प्रस्ताव पर मंत्रालय ने ऑइल मार्केटिंग कंपनियों से बातचीत की और उन्हें बिहार से ज्यादा-से- ज्यादा एथेनॉल खरीदने को कहा है। तेल कंपनियों के अनुसार बिहार में गन्ने के शीरे से करीब छह करोड़ लीटर एथेनॉल का उत्पादन किया जा सकता है। तेल कंपनियों को पेट्रोल में एथेनॉल मिलाने के अपने कार्यक्रम में इससे बड़ी मदद मिलेगी और बिहार में किसानों को इससे मिलों और आसवनियों के जरिए करीब 300 करोड़ रुपये प्राप्त होंगे। इतना ही नहीं, राज्य में शीरे का बेहतर इस्तेमाल भी हो पाएगा।
इस समय 21 राज्यों और चार केंद्र शासित क्षेत्रों में 5 प्रतिशत एथेनॉल मिश्रित पेट्रोल बेचा जाता है और इसके लिए सालना 140 करोड़ लीटर एथेनाल की जरूरत होगी। भविष्य में एथेनॉल का मिश्रण बढ़ाकर 10 प्रतिशत करने की योजना है।