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विवादों में अखिलेश की यश भारती, मुख्य सचिव की पत्नी के नाम पर उठे सवाल

ranjanलखनऊ। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को डॉ.राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय में आयोजित समारोह में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट योगदान के लिए 46 हस्तियों को वर्ष 2015-16 के यश भारती सम्मान से विभूषित किया। यश भारती से सम्मानित विभूतियों को पुरस्कारस्वरूप 11 लाख रुपये और प्रशस्ति पत्र भेंट किये गए। इस मौके पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने मुख्यमंत्री से कहा कि सम्मान वाले वालों की सूची से मेहनती और ईमानदार अधिकारियों के नाम नदारद हैं। उन्होंने अपने मुख्यमंत्रित्व काल में ईमानदार अफसरों को सम्मानित किया था, मौजूदा मुख्यमंत्री को भी ऐसा करना चाहिए था। उन्होंने मुख्यमंत्री को सलाह दी कि जो पुरस्कार पाने से वंचित रह गए हैं, उन्हें अलग से सम्मानित किया जा सकता है। समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यश भारती सम्मान के जरिये देश-विदेश में संदेश जाता है कि उत्तर प्रदेश में भी ऐसी होनहार प्रतिभाएं हैं। यह सम्मान उत्तर प्रदेश के बारे में लोगों की सोच व धारणा को बदलने की कोशिश है और जरिया भी। अपनी लगन और मेहनत से देश व प्रदेश का नाम रोशन करने वाली हस्तियों को खोजकर उन्हें सम्मानित करने का जो काम मुलायम सिंह यादव ने शुरू किया था, उसे वह आगे बढ़ा रहे हैं। ऐसा समय भी आया था जब इस सम्मान को रोक दिया गया था, लेकिन जनता ने हमें मौका दिया और हमने इसे फिर शुरू किया है।

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‘सम्मान’ के बहाने मुलायम का महिमा मंडन

यहां पर सुरभि रंजन को भी यश भारती सम्मान से पुरुस्कृत किया गया। बताते चलें कि सुरभि रंजन मुख्य सचिव आलोक रंजन की पत्नी हैं और वह भजन कीर्तन गाती हैं। दो दिन पहले ही इस सूची पर विवाद उठ खड़ा हुआ था जब आइपीएस अमिताभ ठाकुर ने हाईकोर्ट में एक याचिका दाखिल कर सूची में शामिल लोगों के नाम पर सवाल उठाया था।

वहीं सपा मुखिया मुलायम ने कहा कि महान उपन्यासकार मुंशी प्रेमचंद की आर्थिक तंगी और वाराणसी में उनकी मूर्ति व पैतृक आवास की बदहाली से द्रवित होकर उन्होंने समाज को प्रेरणा देने वाली हस्तियों को यश भारती सम्मान से नवाजने का फैसला किया था। यश भारती की तर्ज पर मध्य प्रदेश में भी सम्मान देने की शुरुआत हुई है। उन्होंने कहा कि देश के सामने सीमा पार और अंदर, दोनों तरफ से बड़ी चुनौतियां हैं लेकिन ङ्क्षहदुस्तान के मेहनतकश किसान, साहित्यकार और कवि मुश्किल परिस्थितियों का सामना करते हुए भी देश को तरक्की के रास्ते पर आगे ले जा रहे हैं। यश भारती सम्मान नौजवानों और पत्रकारों को भी प्रेरित करेंगे। समारोह के सफल आयोजन पर मुलायम ने प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री अनीता सिंह की तारीफ की।

मुख्यमंत्री ने संस्कृति विभाग के वार्षिक कैलेंडर और यश भारती सम्मान समारोह की स्मृतिका का भी विमोचन किया। संस्कृति राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अरुण कुमारी कोरी ने अतिथियों का स्वागत करते हुए बताया कि पूर्व में 141 हस्तियों को यश भारती सम्मान दिया जा चुका है। कार्यक्रम में मंत्री शिवपाल सिंह यादव, अहमद हसन, ओम प्रकाश सिंह व राजेंद्र चौधरी, मुख्य सचिव आलोक रंजन आदि मौजूद थे।

बहादुरी के लिए अंजलि को अहिल्याबाई होलकर सम्मान

उत्तराखंड में भ्रमण के दौरान नदी में कूदकर डूब रहे दो बच्चों को बचाने वाली अंजलि मिश्रा को उनकी बहादुरी के लिए मुख्यमंत्री ने महारानी अहिल्याबाई होलकर सम्मान से अलंकृत किया। उन्हें पांच लाख रुपये और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया।

गीतकार समीर को विशेष सम्मान

मुख्यमंत्री ने 650 फिल्मों के लिए गीत लिखकर गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड्स में अपना नाम दर्ज कराने वाले जौनपुर के मूल निवासी फिल्म गीतकार समीर अंजान को विशेष रूप से सम्मानित किया।

लखनऊ के पानी में कुछ होगा…

यश भारती सम्मान से नवाजे गए मशहूर हृदय रोग शल्य चिकित्सक डॉ.नरेश त्रेहन ने कहा कि उनका पेशेवराना जन्म लखनऊ में हुआ जब 1963 में वह यहां के किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस करने आये। केजीएमसी के शिक्षकों के सिखाये-पढ़ाये और उनके आशीर्वाद का यह असर रहा कि हृदय रोग चिकित्सा के क्षेत्र में उन्हें देश-विदेश में यश मिला। उन्होंने कहा कि लखनऊ के पानी में कुछ तो होगा जिससे कि केजीएमसी से पढ़कर निकले छात्र दुनिया भर में नाम कमा रहे हैं।

बिखरे संस्कृति के रंग

संस्कृति विभाग की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में कथक सम्राट बिरजू महाराज की शिष्या व मशहूर नृत्यांगना शास्वती सेन व अन्य साथी कलाकारों ने ‘यशोदा के लाल खेलें होलीÓ गीत पर नृत्य प्रस्तुत किया। वहीं यश भारती से सम्मानित वरिष्ठ लोक गायिका कमला श्रीवास्तव ने ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ थीम पर आधारित अवधी में स्वरचित कविता गाकर सुनाई।

यश भारती से सम्मानित हस्तियां

1-प्रो. इरफान हबीब (इतिहासकार)

2-डॉ. नरेश त्रेहन (चिकित्सा)

3-उस्ताद गुलाम मुस्तफा खां (शास्त्रीय गायन)

4-सुधीर मिश्रा (फिल्म निर्देशन)

5-अनुराग कश्यप (फिल्म निर्देशन)

6-प्रो. अशोक चक्रधर (हास्य व्यंगकार)

7-सुरभि रंजन (गायन)

8-अरुणिमा सिन्हा (पर्वतारोहण)

9-अंकित तिवारी (पाश्र्व गायन)

10-अपर्णा कुमार (पर्वतारोहण)

11-प्रो. रविकांत (चिकित्सा)

12-गुलशन भारती (गायन)

13-डॉ.(ब्रिगेडियर) टी. प्रभाकर (चिकित्सा)

14-स्थवी अस्थाना (घुड़सवारी)

15-राजू श्रीवास्तव (हास्य अभिनय)

16-हेमंत शर्मा (पत्रकारिता)

17-अनवर जलालपुरी (उर्दू शायरी व लेखन)

18-रूद्र प्रताप सिंह (क्रिकेट)

19-सीमा पुनिया (डिस्कस थ्रो)

20-जगबीर सिंह (हॉकी)

21-डॉ. नाहीद आबिदी (संस्कृत साहित्य एवं दर्शन)

22-मेजर अशोक कुमार सिंह (नौकायन)

23-कमला श्रीवास्तव (लोक गायन)

24-अभिन्न श्याम गुप्ता (बैडमिंटन)

25-डॉ. सुनील जोगी (साहित्य)

26-सुनील कुमार राणा (कुश्ती)

27-प्रो. गिरिजा शंकर (इतिहासकार)

28-विजय सिंह चौहान (एथलेटिक्स)

29-गोपाल चतुर्वेदी (साहित्यकार)

30-अनुज चौधरी (कुश्ती)

31-डॉ. नवाज देवबंदी (शायर व शिक्षाविद्)

32-वजीर अहमद खां (शतरंज)

33-चक्रेश कुमार जैन (हस्तशिल्प)

34-नरेंद्र सिंह राणा (पावर लिफ्टिंग)

35-इकबाल अहमद सिद्दीकी (गजल गायन)

36-कुमकुम आदर्श (कथक नृत्य)

37-लालजी यादव (कुश्ती)

38-डॉ.सुभाष गुप्ता (चिकित्सा)

39-इमरान खान (साहित्य)

40-मधुकर त्रिवेदी (पत्रकारिता व साहित्य)

41-सुधा सिंह (बाधा दौड़)

42-दिनेश लाल यादव ‘निरहुआÓ (अभिनय)

43-मनु कुमारी पाल (लॉन बाल्स)

44-अलीम उल्लाह सिद्दीकी (चित्रकारी)

45-सर्वेश यादव (निशानेबाजी)

46-विशाल भारद्वाज (फिल्म निर्देशन)