Breaking News

विराट कोहली द्वारा ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों को दोस्त मानने से मना करने पर जॉनसन ने साधा निशाना, कहा फिर तो…!

नई दिल्ली। टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलिया (India vs Australia) के बीच टेस्ट सीरीज खत्म हो गई है, लेकिन दोनों ही टीमों के बीच सीरीज से पहले शुरू हुआ ‘वाकयुद्ध’ अब जारी है. पूरी सीरीज में मैदान के भीतर और बाहर दोनों ही टीमों के खिलाड़ियों ने एक-दूसरे को निशाने पर लिया. दोनों ही टीमों के कप्तान भी इसमें शामिल रहे, बल्कि यूं कहें कि सबसे अधिक विवाद इन्हीं दोनों के बीच रहा. बात इतनी बढ़ गई थी कि विराट ने स्मिथ पर चीटिंग का भी आरोप लगा दिया था. माना जा रहा था कि सीरीज खत्म होते ही यह सब समाप्त हो जाएगा, लेकिन धर्मशाला टेस्ट के बाद विराट कोहली के ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों से अब आगे दोस्ती नहीं रखने के बयान के बाद एक बार फिर बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है. कोहली की बात को क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने सीरियसली लेते हुए ट्वीट कर दिया. फिर क्या पूर्व ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज मिचेल जॉनसन ने विराट कोहली पर तंज सकते हुए ट्वीट कर दिया…

बाएं हाथ के तेज गेंदबाज रहे मिचेल जॉनसन इंडियन प्रीमियर लीग की तैयारियों के सिलसिले में अपनी टीम मुंबई इंडियन्स के तैयारी कैंप में भाग लेंगे. विराट कोहली के दोस्ती संबंधी बयान को लेकर जब क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने ट्वीट किया, ‘ऐसा लगता है कि अब विराट कोहली और ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर में अब दोस्ती नहीं रहेगी.’

क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के इस ट्वीट को टैग करते हुए मिचेल जॉनसन (Mitchell Johnson) ने कहा, ‘रहाणे को कप्तान बनाए रखना चाहिए! यह काफी टफ सीरीज थी, लेकिन मेरा मानना है कि यह (विवाद) खिलाड़ियों के बीच मैदान तक ही सीमित रहना चाहिए.’

Rahane should stay captain! It was a tough series but I believe it should stay on the field with the players https://twitter.com/cricketaus/status/846636976442818560 

वास्तव में ऐसा कहा जा रहा है कि विराट कोहली में जहां काफी आक्रामकता दिखाई देती है, वहीं अजिंक्य रहाणे कप्तानी के दौरान काफी कूल नजर आए और उन्होंने शानदार ढंग से टीम का शांति से नेतृत्व किया और कोई विवाद नहीं हुआ.

क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया का ट्वीट…

वास्तव में विराट कोहली ने सीरीज से पहले कहा था कि मैदान पर भले ही ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों से उनकी कहासुनी होती रहती है, लेकिन उसके बाहर वह अच्छे दोस्त रहे हैं और ऐसा ही इस सीरीज में भी रहेगा, लेकिन अब विराट के विचार बदल गए हैं. धर्मशाला टेस्ट के बाद इससे संबंधित पूछे गए सवाल का जवाब सुनकर तो कुछ ऐसा ही लगा. उन्होंने इसका सीधा जवाब दिया.

विराट कोहली ने कहा, ‘नहीं, अब यह निश्चित रूप से बदल गया है. मुझे लगता है कि यह स्थिति पहले थी, लेकिन अब बिल्कुल भी वैसी नहीं रही. मैंने शुरुआती दौर में गहमागहम बहस के बीच जो कहा था, वह इसलिए था क्योंकि आप प्रतिस्पर्धी होना चाहते हैं, लेकिन मैं गलत साबित हुआ. मैंने पहले टेस्ट से पहले जो बातें कहीं थीं, वह पूरी तरह से गलत साबित हुईं और आपने मुझे ऐसा कहते हुए दोबारा नहीं सुना होगा.’

इन घटनाओं से सबसे अधिक दुखी हुए विराट
वास्तव में इस सीरीज में बेंगलुरू टेस्ट के दौरान स्टीव स्मिथ के द्वारा आउट होने पर ड्रेसिंग रूम से डीआरएस संबंधी सलाह लेने का प्रयास करने के बाद काफी विवाद हुआ था. इस पर ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने विराट को ही निशाने पर ले लिया था, वहीं स्मिथ ने इसे ‘ब्रेन फेड’ बताया था, जबकि विराट ने स्मिथ की इस हरकत को लगभग ‘चीटिंग’ करार दिया था. धर्मशाला टेस्ट में भी जब मुरली विजय ने जॉश हेजलवुड का कैच पकड़ा, तो थर्ड अंपायर ने उन्हें नॉटआउट करार दिया. इस पर स्मिथ ड्रेसिंग रूम में अपशब्द कहते कैमरे में कैद हो गए थे. इन सब घटनाओं से संभवतः विराट कोहली को धक्का लगा है. उनके अनुसार यह खेल भावना के लिए सही नहीं है.

ऑस्ट्रेलिया पर मिली 2-1 से जीत का श्रेय टीम को देते हुए विराट कोहली ने कहा कि कोई उनकी टीम को उकसाता है तो वे माकूल जवाब देने में माहिर हैं. पहले भी विराट कहते रहें हैं कि हम जवाब देने में पीछे नहीं रहेंगे.