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विम्बलडन को निशाना बनाना चाहता था लंदन हमले का मास्टरमाइंड?

लंदन। लंदन ब्रिज हमले का मास्टरमाइंड खुर्रम बट उस सिक्यॉरिटी फर्म में नौकरी हासिल करना चाहता था जो विम्बलडन और दूसरे खेल आयोजनों के लिए सहायक मुहैया कराती है। बट के इस प्रयास के बाद यह अंदेशा जताया जा रहा है कि लंदन हमले के मास्टरमाइंड के निशाने पर यह प्रतिष्ठित टूर्नमेंट भी था।

‘द डेली टेलीग्राफ’ के मुताबिक सुरक्षा सेवा और आतंकवाद रोधी पुलिस अब 27 साल के बट के मंसूबे के बारे में पता लगाने की जांच कर रही है कि वह सुरक्षा कंपनी में नौकरी क्यों हासिल करना चाहता था। बट पाकिस्तान में पैदा हुआ ब्रिटिश नागरिक है।

विश्वस्त सूत्रों के हवाले से अखबार ने कहा कि बट को इस कंपनी में नौकरी के लिए इंटरव्यू देना था। यह इंटरव्यू इसी महीने के आखिर में होना था। अखबार के मुताबिक, ‘अंदेशा यह है कि बट ने टेनिस टूर्नमेंट को निशाना बनाने के बारे में सोचा होगा, लेकिन मैनचेस्टर एरिना विस्फोट के बाद उसने साजिश को तेजी से अंजाम देने का फैसला किया और लंदन में ब्रिज पर हमला हुआ।’

बट ने ‘लंदन अंडरग्राउंड’ (मेट्रो) के साथ छह महीने काम किया था और पिछले साल अक्टूबर में नौकरी छोड़ दी थी। वह एमआई-5 और आतंकवाद रोधी पुलिस के जांच के घेरे में रहा था, लेकिन बट वेस्टमिंस्टर स्टेशन पर नौकरी पाने में सफल रहा क्योंकि आपराधिक रिकॉर्ड की जांच के समय नियोक्ताओं को सुरक्षा संबंधी चिंताओं की जानकारी नहीं दी जाती है।

बट और उसके दो साथियों राशिद रेदोने और यूसुफ जागबा ने लंदन ब्रिज पर लोगों पर गाड़ी चला दी थी। इसके बाद पास के ही बरो मार्केट में छुरेबाजी को अंजाम दिया था। इन दोनों ही घटनाओं में 8 लोग मारे गए थे और दर्जनों घायल हो गए थे।

          पुलिस ने जारी की फर्जी सूइसाइड बेल्ट की तस्वीर
नकली सूइसाइड बेल्ट पहन लोगों को डराया

पुलिस ने शनिवार को लंदन ब्रिज अटैक के वक्त हमलावरों द्वारा पहने नकली सूइसाइड बेल्ट की तस्वीरें जारी की। यह बेल्ट तीन प्लास्टिक की बोतलों से बनाए गए थे, उनपर सिलवर और काले रंग की टेप लगाकर लेदर की बेल्ट से बांधा गया था। जांच के प्रमुख डेन हेडन ने कहा, ‘इससे पहले यूके में ऐसे नकली सूइसाइड बेल्ट पहनकर कोई भी आतंकी नहीं दिखा। इन्हें जिसने भी देखा होगा वह खौफ में रहा होगा।’